HPU से मान्यता प्राप्त काॅलेजों में अगले सत्र से लागू होगा 4 वर्षीय यूजी प्रोग्राम

Thursday, Apr 04, 2024 - 08:26 PM (IST)

शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) सहित  मान्यता प्राप्त काॅलेजों में अगले शैक्षणिक सत्र से 4 वर्षीय स्नातक (यूजी) प्रोग्राम लागू होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अंतर्गत इसको लेकर यूजीसी की गाइडलाइंस को एचपीयू ने लागू कर दिया है। इसको लेकर अधिसूचना जारी करने के साथ ही अब विश्वविद्यालय सहित काॅलेजों में करिकुलम एंड क्रैडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत मल्टीपल एंट्री एंड एग्जिट, फ्लैक्सिबल डिग्री ऑप्शन्स (सिंगल, मेजर, डबल, मेजर, मल्टी/इंटर-डिसिप्लिनरी के विकल्प) को लागू किया जाएगा। गाइडलाइंस के अनुसार इसके लागू होने से विद्यार्थियों को रोजगार के अतिरिक्त अवसर प्रदान करने और विद्यार्थियों को अकादमिक बैंक ऑफ क्रैडिट्स (एबीसी) की व्यवस्था प्रदान करने पर फोकस रहेगा।

2 वर्ष की पढ़ाई पूरी होने के बाद मिलेगा यूजी डिप्लोमा
मल्टीपल एंट्री व मल्टीपल एग्जिट प्रणाली के अंतर्गत तय किए गए नियमों के तहत प्रथम वर्ष की पढ़ाई पूरा करने के बाद विद्यार्थी यदि सिस्टम से बाहर आना चाहें तो 40 क्रैडिट्स प्राप्त करने व 4 क्रैडिट्स के साथ वोकेशनल कोर्स पूरा करने पर यूजी सर्टिफिकेट दिया जाएगा। 2 वर्ष की पढ़ाई पूरी होने के बाद यूजी डिप्लोमा मिलेगा। इसके लिए 80 क्रैडिट्स लेेने के अलावा द्वितीय वर्ष में 4 क्रैडिट्स के साथ वोकेशनल कोर्स पूरा करने पर यूजी डिप्लोमा मिलेगा। 3 वर्ष का कोर्स 120 क्रैडिट्स के साथ पूरा करने के बाद स्नातक की डिग्री मिलेगी, जबकि 4 वर्ष की पढ़ाई करने पर यूजी डिग्री (ऑनर्स) दी जाएगी, जिसके लिए 160 क्रैडिट्स अनिवार्य होंगे। शोध/ऑनर्स के साथ 4 वर्ष में डिग्री प्राप्त करने के न्यूनतम 160 क्रैडिट निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा अन्य बिंदुओं को शामिल किया गया है। इसमें क्रैडिट सिस्टम भी लागू होगा, जिसमें लैटर ग्रेड व ग्रेड प्वाइंट शामिल होंगे। गाइडलाइंस में अन्य गतिविधियों, रिसर्च, मेजर व माइनर कोर्सिज के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है।

डिग्री प्रोग्राम में इस तरह हो सकेंगे रि-एंटर
मल्टीपल एंट्री व मल्टीपल एग्जिट प्रणाली के अंतर्गत डिग्री कोर्स में रि-एंटर का प्रारूप भी जारी कर दिया गया है। इसके तहत अगर विद्यार्थियों को यूजी सर्टिफिकेट से एग्जिट करने के बाद डिग्री कोर्स में 3 वर्ष के भीतर रि-एंटर करना होगा और डिग्री प्रोग्राम अधिकतम 7 वर्ष में पूरा करना अनिवार्य होगा। यूजी डिप्लोमा से एग्जिट करने के बाद विद्यार्थियों को 3 वर्ष के भीतर रि-एंटर करना होगा और डिग्री प्रोग्राम अधिकतम 7 वर्ष में पूरा करना होगा।

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Vijay