टांडा में डॉक्टरों सहित 27 कर्मी क्वारंटाइन में

Tuesday, Mar 31, 2020 - 11:02 AM (IST)

शिमला : हिमाचल के कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का उपचार करने वाले डॉक्टरों सहित 27 कर्मचारियों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। जानकारी के अनुसार टांडा मेडिकल कालेज में चिकित्सकों और 15 स्टाफ नर्सों को क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। इनके अलावा तीन सफाई कर्मचारियों को भी क्वारंटाइन किया गया है। इन सभी को कांगड़ा के एक निजी होटल में कड़ी निगरानी में रखा गया है। ये सभी कोरोना योद्धा एक सप्ताह से कोरोना पीड़ितों के उपचार में जुटे थे। 

इसी के साथ हिमाचल के लिए राहत की खबर यह है कि कोरोना पीड़ितों के संपर्क में आए सभी 42 लोगों के टेस्ट कर लिए गए हैं। कोरोना पीड़ित तिब्बती के परिवार के आठ लोगों के सैंपल लिए गए थे। इसके अलावा स्वस्थ हुए कोरोना पीड़ित लंज के युवक के परिजनों के आठ तथा शाहपुर की पीड़ित महिला के परिवार के पांच लोंगों के सैंपल लिए गए थे। तिब्बती के उपचार के लिए सीधे संपर्क में आए कांगड़ा अस्पताल के सात मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ के जांच के लिए नमूने लिए गए थे। इन कोरोना पीड़ितों के सीधे संपर्क में आए धर्मशाला अस्पताल के चार, टांडा के छह तथा इन्हें अस्पताल लाने वाले तीन लोगों और एक टैक्सी चालक के सैंपल लिए गए थे।

प्रदेश में कोविड-19 के तहत सोमवार को भी टांडा मेडिकल कालेज में 10 नमूनों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। आईजीएमसी शिमला के तीन सैंपल की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आरडी धीमान ने बताया कि प्रदेश में कुल 3085 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इनमें से 937 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है। अब तक प्रदेश में कुल 212 लोगों की कोविड-19 के प्रति जांच की जा चुकी है। सोमवार को प्रदेश में 10 लोगों के टांडा में कोविड-19 के प्रति जांच के नमूने लिए गए थे तथा सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है व शिमला में तीन लोगों के जांच के लिए नमूने लिए थे, जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। उन्होंने यह भी बताया कि टांडा में दाखिल कोरोना पॉजिटिव एक मरीज को स्वस्थ होने के उपरांत अस्पताल से घर भेज दिया गया है।

अब घर-घर जाकर कोरोना की जानकारी देगा स्वास्थ्य विभाग 

शिमला। हिमाचल को कोरोना मुक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है। इसी बीच सरकार अब एक बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि एक अप्रैल से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों को कोविड-19 के लक्षणों की जानकारी देंगी। इस अभियान के तहत दो-दो लोगों की टीमें हर व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी लेंगी और गूगल फार्म से विभाग के साथ साझा करेंगी। यह अभियान हर दिन सुबह 9 से शाम के 4 बजे तक चलेगा। इसके लिए आशा वर्करों की मदद ली जाएगी। सीएम ने सोमवार को प्रदेश के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत करते हुए निर्देश दिए कि कोविड-19 वायरस संक्रमण के दृष्टिगत कुछ होटलों, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं को चिह्नित किया जाए, जहां लोगों को बेहतर सुविधाओं के साथ क्वारंटीन किया जा सके।
 

kirti