हिमाचल में डीजल से चलने वाली 15 साल पुरानी गाड़ियों पर लग सकता है प्रतिबंध

Thursday, Jan 30, 2020 - 04:28 PM (IST)

शिमला: हिमाचल में डीजल से चलने वाली 15 साल पुरानी कमर्शियल (व्यावसायिक) गाडिय़ों पर जल्द प्रतिबंध लग सकता है। सूबे के मुख्य सचिव अनिल खाची ने बीते दिनों विभिन्न विभागों के साथ आयोजित बैठक में पुराने डीजल वाहनों को डी-रजिस्टर करने के निर्देश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से चर्चा के बाद कभी भी इन निर्देशों को अमलीजामा पहनाया जाएगा। हालांकि परिवहन महकमा लोगों के विरोध के डर से अभी इस तरह का सख्त कदम उठाने से बच रहा है। हिमाचल में कुल 16,62,928 गाडिय़ां पंजीकृत हैं। इनमें से 67,618 वाहनों की उम्र 15 साल या इससे ज्यादा हो गई है। इनमें 15 साल की उम्र वाले कमर्शियल डीजल वाहन 56,246 तथा 11,073 पैट्रोल संचालित वाहन हैं।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो कमॢशयल वाहन ज्यादा चलने के कारण अधिक प्रदूषण फैलाते हैं। इनसे निकलने वाला काला धुआं हवा को और दूषित करता है। वातावरण में घुल रही कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। खासकर हर साल अप्रैल व मई महीने तथा अक्तूबर से नवम्बर के बीच वायु प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है। इस अवधि में प्रदेश के कुछेक शहरों में कई बार प्रदूषण का स्तर 400 माइक्रो ग्राम से भी ज्यादा हो जाता है जबकि यह 100 माइक्रो ग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए। हालांकि बढ़ते वायु प्रदूषण के दृष्टिगत राज्य का प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पहले भी कई बार पुराने वाहनों को डी-रजिस्टर करने के निर्देश दे चुका है लेकिन इन निर्देशों पर परिवहन विभाग ने अमल नहीं किया। प्रथम चरण में राज्य सरकार डीजल वाहनों को डी-रजिस्टर करेगी। इसके बाद पैट्रोल से चलने वाले पुराने वाहनों पर भी रोक लगाई जाएगी।

kirti