12 से होगा चिंतपूर्णी में श्रावण अष्टमी मेले का आगाज, श्रद्धालुओं को मिलेगी पूरी सुरक्षा

Monday, Jul 23, 2018 - 06:47 PM (IST)

चिंतपूर्णी (सुनील): उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी में 12 अगस्त से 19 तक चलने वाले श्रावण अष्टमी मेले की बैठक यात्री निवास भरवाई में संपन्न हुई। इसकी अध्यक्षता मन्दिर आयुक्त एवं उपायुक्त ऊना राकेश प्रजापति ने की। उन्होंने कहा कि लंगर फीस और परमिशन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। बैठक में उन्होंने बताया कि मेले के दौरान धारा-144 लागू रहेगी। ढोल नगाड़ों पर पूर्णतः रोक रहेगी। वही डीजे की ऊंची ध्वनि वालेम्यूजिक इंटुमेंट को जब्त करने करने के निर्देश दिए हैं। मेला अधिकारी एडीएम कृतिका कुल्हारी होगी। इसके दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 700 होमगार्ड और 350 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे, जिनमें कई सिविल ड्रेस में समूचे मेला क्षेत्र पर निगरानी रखेंगे।


इसके इलावा मेला चिकत्सक अधिकारी बीएमओ अम्ब होंगे। वही 3 लाख 75 हजार की आयुर्वेदिक और एलोपैथिक दवाइयां श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दी जाएगी, जिसमें मन्दिर न्यास द्वारा खरीद जाएगा। मेले के दौरान सफाई व्यवस्था के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। बिजली न होने की एवज में समूचे क्षेत्र में जरनेटर की मदद से लाइट व्यवस्था की जाएगी। दुर्घटना के दौरान व जाम की स्थिति से निपटने के लिए 3 रिकवरी बेन हायर की जाएगी। लंगर लगाने के लिए मन्दिर से बस स्टैंड तक मन्दिर अधिकारी परमिशन देंगे।  


श्रद्धालुओं को लाइनों में पेयजल पिलाने के लिए 225 अतिरिक्त कर्मियों को रखा जाएगा, जो दिन रात माता के श्रद्धालुओं की सेवा के लिए उपलव्ध रहेंगे। उनको दी जाने वाली दर्शन पर्ची पर फैसला आज की बैठक में नहीं हो पाया। डीसी ऊना द्वारा पैदल दौरा कर 8 अगस्त को पर्ची स्थल निर्धारित किया जाएगा। इसके इलावा डीसी ऊना ने  आइपीएच और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को सड़क और पेयजल व्यवस्था को दरुस्त करने के कड़े दिशा निर्देश दिए हैं। पंजाब से श्रद्धालुओं को ढोने बाली एचआरटीसी की बचत में बढ़ोतरी के भी आदेश जारी किए हैं। डीसी राकेश प्रजापति ने स्पष्ट किया कि यहां पहुंचने पर श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न पेश आए उसपर कार्य किया जा रहा है। जो भी सुविधाओं में बदलाव होना आवश्यक है उसे किया जाएगा। 
 

Ekta