मकर संक्रांति पर पहली बार इस बर्तन में बनेगी 11 क्विंटल खिचड़ी, क्रेजी लोग ले रहे सैल्फी

Sunday, Jan 12, 2020 - 10:21 PM (IST)

करसोग (धर्मवीर गौतम): तत्तापानी में आयोजित होने जा रहे जिला स्तरीय मकर संक्रांति मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार मेले में पर्यटन विभाग की ओर से खिचड़ी बनाने के लिए लाया गया बड़ा पतीला लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस पतीले में एक साथ 11 क्विंटल चावल डालकर खिचड़ी बनाई जाएगी। तत्तापानी में लोहड़ी और मकर संक्रांति उत्सव के इतिहास में ये पहली बार हो रहा है कि एक ही पतीले में इतनी खिचड़ी तैयार की जाएगी। इस खिचड़ी से 12 हजार से अधिक लोगों का पेट भर सकता है।

हरियाणा के जगाधरी से ट्रक में लाया गया पतीला

हरियाणा की मशहूर बर्तन मार्कीट जगाधरी से ट्रक में लाया गया ये पतीला तत्तापानी पहुंच चुका है। इलाके में इतना बड़ा बर्तन आने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों सहित पर्यटक भी पतीले के साथ सैल्फी खिंचवाने के लिए तत्तापानी पहुंच रहे हैं। पतीले की एक झलक देखने को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। रविवार को करसोग के विधायक हीरालाल सहित कई लोगों ने पतीले के साथ अपनी तस्वीरें खींचीं। ये पतीला 4 फुट ऊंचा और सवा 7 फुट चौड़ा है। इस बार तत्तापानी में पर्यटन विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद खिचड़ी खिलाने की व्यवस्था की गई है।

सतलुज आरती में शामिल होंगे सीएम जयराम

लोहड़ी की शाम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी तत्तापानी आएंगे और यहां पहली बार हो रही सतलुज आरती में शामिल होंगे। आरती के बाद 3 हजार के करीब दीये सतलुज नदी में एक साथ प्रवाहित किए जाएंगे, ऐसे में संध्या के समय सतलुज नदी पर बनी झील दीयों की रोशनी से जगमगा उठेगी। मीनाक्षी शर्मा का कहना है कि हम तत्तापानी बच्चों के साथ घूमने आएं है। हमने पहली बार खिचड़ी के लिए इतना बड़ा बर्तन देखा। तत्तापानी ग्राम पंचायत के उपप्रधान बाबूराम शर्मा का कहना है कि लोहड़ी मेले में एक बड़े पतीले में पहली 11 क्विंटल खिचड़ी पकेगी। इसको लेकर लोगों में बहुत उत्साह है। लोग दूर-दूर से इस पतीले को देखने आ रहे हैं।

पतीले के लिए बनाया गया है विशेष चूल्हा

जिस पतीले में एक साथ 11 क्विंटल की खिचड़ी तैयार की जाएगी। इसके लिए तत्तापानी में ईंट का एक बड़ा चूल्हा बनाया गया है। इस चूल्हे में चारों ओर से लकड़ी डाले जाने की व्यवस्था की गई है। खिचड़ी बनाने के कई क्विंटल सुखी लकडिय़ों की व्यवस्था की गई है। वहीं चूल्हे के साथ ही नरसिंह मंदिर परिसर में ही श्रद्धालुओं के लिए खिचड़ी खिलाने की भी व्यवस्था की गई है। विभाग ने बारिश से बचने के लिए टैंट की भी पहले ही व्यवस्था की है ताकि श्रद्धालु आराम से खिचड़ी के स्वाद का मजा ले सकें। इसी टैंट की निचली ओर सड़क के दोनों ओर स्नानागार हैं, जहां महिला और पुरुषों के नहाने के लिए प्रशासन ने अलग-अलग व्यवस्था की है।

Vijay