धर्मशाला और मंडी में शुरू हुई 108 बाइक एंबुलैंस सेवा, मंत्री राजीव सहजल ने दी हरी झंडी

Tuesday, Oct 06, 2020 - 06:19 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला और मंडी में अब 108 बाइक एंबुलैंस सेवा शुरू हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने मंगलवार को 4 नई फर्स्ट  रिस्पॉन्ड बाइक एंबुलैंस लॉन्च की। इन बाइक एंबुलैंस से अब लोगों को काफी सुविधा मिलेंगी। इससे पहले 2 बाइक एंबुलैंस सेवा राजधानी शिमला में अप्रैल 2018 में शुरू की गई थीं। शिमला में 30 सितम्बर तक 2160 लोग इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं। इस बाइक एंबुलैंस सेवा की खासियत यह है कि जिस प्रकार से 108 एंबुलैंस सेवा को 108 नबंर डॉयल करके प्राप्त किया जाता है ठीक उसी प्रकार बाइक एंबुलैंस को भी 108 नबंर पर ही कॉल करके प्राप्त किया जा सकता है। बाइक एंबुलैंस प्राथमिक उपचार सुविधाओं जैसे चिकित्सा उपकरण, औषधि आदि से सुसज्जित होती है, जिससे मरीज को समय पर प्राथमिक उपचार मिलता है।

108 बाइक एंबुलैंस में ऑक्सीजन के साथ-साथ कुल 41दवाएं, मेडिकल कंज्यूमेबल्स और मेडिकल उपकरण इत्यादि उपलब्ध होते हैं। मंडी और धर्मशाला के लिए बाइक एंबुलैंस लॉन्च करने के उपरांत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने कहा कि एंबुलैंस सेवा हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य के लिए वरदान सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा किइस क्षेत्र में और अधिक एंबुलैंस को जोडऩे की तलाश की जाएगी ताकि राज्य के अति दुर्गम क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें। इस अवसर पर स्टेट हैड मेहूल सुकुमारन ने कहा कि 108 एंबुलैंस सेवा के कर्मचारी पूर्ण रूप से निपुण हैं तथा वे किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति को सफलतापूर्वक निपटाने में सक्षम हैं।

यह है बाइक एंबुलैंस चलाने का उद्देश्य

इस सेवा को चलाने का उद्देश्य उन क्षेत्रों तक पहुंच बनाना है जहां चौपहिया वाहन नहीं पहुंच पाते। ट्रैफिक के दौरान भी बाइक एंबुलैंस आसानी से निकल सकती है। इसके साथ 108 सेवा में विश्वास को दृढ़ बनाना भी इसका मुख्य लक्ष्य है। शिमला शहर में बाइक एंबुलैंस चौपहिया एंबुलैंस से 7 मिनट कम समय में पहुंच जाती है जोकि यह दर्शाता है कि बाइक एंबुलैंस में 25 प्रतिशत की कार्य कुशलता ज्यादा है।

ऐसे कार्य करती है बाइक एंबुलैंस

एमरजैंसी रिस्पॉन्स सैंटर से मिले दिशा-निर्देशो के अनुसार बाइक एंबुलैंस स्टॉफ घटनास्थल पर पहुंच कर मरीज को प्राथमिक उपचार प्रदान करता है और मरीज की हालत का जायजा लेकर डॉक्टर से सलाह मशिवरा करता है तथा यह भी सुनिश्चित करता है कि चौपाहिया वाहन को बुलाना चाहिए या नहीं। अगर चौपहिया वाहन बुलाने की स्थिति होती है तो बाइक एंबुलैंस टैक्नीशियन, चौपहिया वाहन के एमरजैंसी मेडिकल टैक्नीशियन से संपर्क करता है और मरीज की हालत के बारे में बताता है और उसके पहुंचने तक मरीज के साथ रहकर उसको प्राथमिक उपचार प्रदान करता है तथा उसकी स्थिर हालत को बनाए रखता है।

Vijay