90 हजार की आबादी को रात्रि बस सुविधा नहीं
punjabkesari.in Sunday, Nov 15, 2015 - 12:04 PM (IST)

बिलासपुर: बिलासपुर जिला के कंदरौर से धार त्यून-सरयून के लिए रात के समय कोई बस सुविधा न होने के कारण इस क्षेत्र की करीब 20 पंचायतों के करीब 90 हजार लोगों का असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इन धारों के लोगों के लिए कंदरौर से अंतिम बस 6.15 पर चलती है। इसके बाद क्षेत्र के लिए कोई बस सुविधा नहीं है। बस छूट जाने पर लोगों को अपने गंतव्य को जाने के लिए या तो टैक्सी का सहारा लेना पड़ता है या फिर वापस घुमारवीं या बिलासपुर आकर होटल में रात गुजारनी पड़ती है, जिससे क्षेत्र के लोगों को न केवल आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है बल्कि इनका समय भी बर्बाद हो रहा है।
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
जिला पार्षद प्रोमिला चंदेल, सरयून-चलैहली के पंचायत प्रधान सोहन लाल, उपप्रधान दंडू राम, हवाण के प्रधान दीनानाथ वर्मा, उपप्रधान संजय कश्यप, रोहिण के प्रधान लेख राम व पूर्व प्रधान सूरजन सिंह, हरलोग के पूर्व प्रधान रूप लाल शर्मा, फटोह के प्रधान नंद लाल, उपप्रधान मुंशी राम व तल्याणा के प्रधान ओंकार सिंह ने बताया कि त्यून-सरयून परगणों के जनप्रतिनिधि पिछले काफी समय से कंदरौर से हरलोग-चलैहली, हवाण-त्रिफालघाट-तल्याणा-समैला के लिए रात के समय बस सुविधा की मांग कर रहे हैं लेकिन सिवाय आश्वासनों के लोगों को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।
40 वर्ष बाद भी नए बस रूट नहीं
वहीं ग्रामीणों सुरेश कुमार, नंद लाल, जगदीश, राजेश कुमार, निखिल, चम्पा व सुरेखा आदि का कहना है कि इस धार के लिए प्रदेश सरकार ने करीब 40 साल पहले बिलासपुर से समैला रूट चलाया था तथा इसके बाद क्षेत्र के लिए कोई नई बस सुविधा नहीं दी है। यही रूट क्षेत्र के लोगों के लिए शाम के समय अपने घरों को जाने का एक मात्र साधन है। जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, परिवहन मंत्री जी.एस. बाली व सदर विधायक बंबर ठाकुर से क्षेत्र के लिए रात के समय बस सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है।