जयराम का पूर्व सरकार पर कटाक्ष, कहा- इस बार डेस्टिनेशन पर सुरक्षित पहुंचेगी गाड़ी

punjabkesari.in Friday, Jan 12, 2018 - 04:03 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला) (जिनेश): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वह बोलते कम हैं और काम ज्यादा करते हैं। राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में हुई चर्चा का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई चिंता न करे। गाड़ी का स्टेयरिंग, ब्रेक और गियर भी उनके पास है। गाड़ी सुरक्षित तरीके से डेस्टिनेशन पर पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में गाड़ी का स्टेयरिंग किसी के पास था जबकि ब्रेक किसी और के पास थी, इसी वजह से राजनीतिक दुर्घटना हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के समय काननू व्यवस्था अच्छी नहीं थी। ऐसी घटनाएं हुईं जिससे प्रदेश का नाम खराब हुआ। गुड़ियां कांड में जो कुछ हुआ उसकी डिटेल में वह नहीं जाना चाहते लेकिन पूरी एस.आई.टी. ही सलाखों के पीछे पहुंच गई। एक ऐसे व्यक्ति की हत्या हो गई जिस पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ था। मुख्यमंत्री ने जेल के अंदर हत्या के शिकार हुए सूरज के परिवार को 3 लाख रुपए की राशि देने का भी ऐलान किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के जख्म ताजा हैं वह उनकी पीड़ा समझते हैं। जनता ने भाजपा को समर्थन दिया। जनादेश का आदर होना चाहिए। विपक्ष का कहना है कि नेता कोई और थे और बन कोई और गया। लेकिन कांग्रेस को भी याद रखना चाहिए कि उनका नेता कोई और था और मौजूदगी में पार्टी का नेता और बन गया है। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने खुद उनके क्षेत्र में आकर उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाने का इशारा पहले की कर दिया था।  


प्रदेश को ईमानदार सरकार दी जाएगी 
जयराम ने कहा कि विपक्ष जल्दबाजी में क्यों है। अभी तो सरकार को 15 दिन हुए हैं। प्रदेश को ईमानदार सरकार दी जाएगी। बदले की भावना से काम नहीं होगा। प्रदेश की खराब आर्थिक स्थिति का वह रोना नहीं रो रहे, बल्कि जनता को यह जानने का अधिकार है कि आखिर स्थिति क्या है। प्रदेश 46 हजार करोड़ से अधिक कर्जे में दबा है। धन का अभाव है, लेकिन विकास में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। उन्होंने आंकड़े देते हुए कहा कि यदि पूर्व सरकार को मोदी सरकार का खुला अनुदान नहीं मिलता तो ट्रेजरी बंद पड़ सकती थी। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार ने एक दिन भी मोदी सरकार का धन्यावाद नहीं किया।


सीएम ने कहा कि पूर्व सरकार जल्दबाजी में थी। शायद उन्हें सत्ता से बाहर होने का एहसास हो चुका था। जल्दबाजी में सैकड़ों फट्टे लटका दिए गए। गाड़ियों में ले जाकर फट्टों को टांग दिया गया। परंपराओं की धज्जियां उड़ीं। सत्ता वापसी के लिए ऐसा किया गया, लेकिन फिर भी कांग्रेस सत्तापक्ष से विपक्ष में चली गई। लोग अब समझते हैं। ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए जिससे फजीहत हो। जो काम नहीं हो सकते उन्हें न करने की हिम्मत होनी चाहिए। जयराम ने कहा कि स्कूलों में टीचर नहीं तो स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टर नहीं है। सरकार पिछले 6 माह के फैसलों की समीक्षा करेगी। जो संस्थान नियमों के तहत होंगे उन्हें चलाएंगे और जो जरूरी हुए उन पर भी समीक्षा की जाएगी। बेरोजगारों ने कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया। बेरोजगारों को भत्ता नहीं बल्कि रोजगार चाहिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को केंद्र से 1400 करोड़ के करीब एम्स अस्पताल के लिए स्वीकृत हुआ। 69 के करीब नैशनल हाइवे मिले। पूर्व कांग्रेस सरकार ने इसकी डी.पी.आर. बनाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि अनेक प्रकार के कुप्रबंधन पूर्व सरकार में देखने को मिले हैं। उन्होंने कहा कि अब वन, शराब, खनन और ड्रग माफिया को खत्म किया जाएगा। इसमें विपक्ष भी सहयोग करे। जयराम ने कहा कि रिलीफ फंड की सच्चाई उन्होंने जनता को बताई है। चुनाव अाचार संहिता के दौरान ही 75 लाख रुपए आवंटित कर दिए गए। इसके लिए चुनाव आयोग से अनुमति भी नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि रिलीफ फंड में राशि जुटाई जाएगी और इससे गरीबों की मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें युवा कहे जाने पर किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए। विपक्ष को चाहिए कि वह संयम से काम ले और सरकार का सहयोग करे। सरकार सही दिशा में चलेगी।


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