कोटरोपी हादसे की असली वजह जान आप रह जाएंगे हैरान

punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2017 - 01:08 PM (IST)

मंडी: मंडी जिला के कोटरोपी में हुए हादसे की असली वजह जान आप हैरान रह जाएंगे। यहां के स्थानीय लोगों मोहर सिंह, लौंगू राम, फुलीराम व पाहणी राम ने बताया कि 12 अगस्त की रात को मंडी के कोटरोपी में अचानक हुए भूस्खलन से दर्जनों लोगों की मौत हो गई। यह हादसा आज 2017 में हुआ, लेकिन कहा जा रहा है कि इससे ठीक 20 साल पहले और उससे भी 20 साल पहले इसी जगह पर भूस्खलन हो चुका है। इस घटना के ठीक 20 साल बाद 12 अगस्त की रात को फिर यहीं भूस्खलन आया। इसी माह वर्ष पहले 1977 में और फिर 1997 में और वह भी अगस्त महीने में, जब बारिश का सिलसिला जारी होता है।


अपने पूर्वजों से सुनी थी यह बात
स्थानीय लोगों का कहना है कि 13 अगस्त को साल 1997 में ठीक इसी जगह पर पहाड़ी दरक गई थी। उस भूस्खलन की चपेट में एक पुलिया भी आई गई थी। लोगों का तो यहां तक कहना है कि यह बात उन्होंने अपने पूर्वजों से सुनी थी। 1977 में भी बारिश में मौसम में इसी जगह पर बड़ा भूस्खलन आया था। इस दावे पर यकीन करें तो लगता है कि कुछ तो संयोग है। मगर लोग कई बार बातें भी बनाते हैं। 1977 वाली बात को गलत मानें तो 1997 और 2017 में भूस्खलन आना महज संयोग हो सकता है।


12 अगस्त की रात लोगों के लिए कयामत की रात साबित हुई
अगस्त के महीने में ही होना संभव भी है क्योंकि इस दौरान बारिश ज्यादा आती है। मगर एक ही दिन (12-13 अगस्त की रात) ऐसा होना गजब का संयोग है। बहरहाल, यह तो लोगों को ही पता होगा कि वे सच बोल रहे हैं या झूठ। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस बाद नड़ उत्सव के दौरान काहिका में देवता ने भविष्यवाणी द्वारा अनहोनी को लेकर चेताया था और गांव वाले 7 परिवारों को घर खाली करने को कहा था और परिवार के सदस्य मकान खाली भी करने लग गए थे लेकिन 12 अगस्त शनिवार की रात उनके लिए कयामत की रात साबित हुई और उनका सब कुछ काल ले उड़ा। 


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