डी.पी.आर. बनाने में वीरभद्र सरकार हुई फेल: धूमल

Tuesday, Sep 27, 2016 - 10:02 AM (IST)

ऊना: हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि गडकरी द्वारा घोषित राष्ट्रीय राजमार्गों की डी.पी.आर. बनाने में सरकार असफल हुई है।

केरल से लौटे धूमल ने सोमवार को रक्कड़ में पत्रकार वार्ता में कहा कि जो सरकार विधायक प्राथमिकताओं की डी.पी.आर. बनाने में फेल हुई हो उससे राष्ट्रीय राजमार्गों की डी.पी.आर. तैयार करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। धूमल ने कहा कि सरकार पहले ही डी.पी.आर. के लिए धन की मांग कर रही है जबकि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने डी.पी.आर. बनाने के लिए राशि देने का खुद ऐलान किया था।

उन्होंने कहा कि वास्तव में सरकार विकास करवाने में असफल हो गई है और महज घोषणाओं एवं बयानबाजी तक सीमित रह गई है। धूमल ने कहा कि हिमाचल की जनता भ्रष्टाचार और वायदाखिलाफी से दुखी हो चुकी है। चुनावों के लिए भाजपा पूरी तरह से तैयार है। न केवल भाजपा बल्कि प्रदेश के लोग भी इंतजार में हैं कि कब चुनावों का ऐलान हो और इस सरकार को हटाया जा सके।

पूर्व सी.एम. ने कहा कि सरकार में कहीं भ्रष्टाचार की दौड़ लगी है तो कोई कोरी घोषणाएं करने में सबसे आगे होने की होड़ में लगा है। यहां तक कि कई घोषणाओं का मंत्रियों को भी पता नहीं होता है। प्रदेश में 45 तहसीलदारों के पद खाली हैं।

धूमल ने कहा कि वीरभद्र सरकार घोषणाओं की सरकार बनकर रह गई है। न तो वायदे के मुताबिक युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिला है, न कर्मचारियों को 4-9-14 का लाभ मिल पाया और न ही स्कूली बच्चों को समय पर वॢदयां एवं सिलाई के लिए राशि प्राप्त हुई है। कोई ऐसा वर्ग नहीं है जिसे इस सरकार ने लाभ दिया हो। न मजदूर की दिहाड़ी बढ़ी है और न ही किसानों व बागवानों को राहत दी गई है। पूरे प्रदेश में सड़कें बदहाल हैं। खराब सड़कों की वजह से सेबों की ढुलाई भी प्रभावित हो रही है। ऐसी धोखा देने वाली सरकार को लोग सजा देने के लिए तैयार हैं।

धूमल ने कहा कि केरल में हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन सभी राज्यों को संदेश दिया गया है जहां चुनाव होने हैं। हिमाचल सहित जिन राज्यों में चुनाव होंगे वहां कांग्रेस सरकारों की जगह भाजपा शासन लाने की रणनीति भी बनाई गई है। धूमल के साथ पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा, हमीरपुर के संगठन मंत्री संजीव कटवाल, जिला महामंत्री यशपाल राणा, भाजयुमो नेता सुमित शर्मा, राजन सहोड़, स्वराज टिकड़ा व धर्मेन्द्र राणा सहित कई पार्टी के नेता भी मौजूद थे।