देश का सर्वाधिक आय वाला दूसरा मंदिर बना चिंतपूर्णी

Thursday, Jan 14, 2016 - 08:48 AM (IST)

ऊना: उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर में करीब 90 करोड़ रुपए की एफडीआर (जमा पूंजी) मौजूद है। मंदिर के पास एक क्विंटल 79 किलोग्राम से अधिक सोना और 61 क्विंटल 63 किलोग्राम से अधिक चांदी का स्टॉक मौजूद है। मंदिर की वार्षिक आय लगभग 31-32 करोड़ रुपए है। वैष्णो देवी मंदिर के बाद हिमाचल का यही शक्तिपीठ मंदिर है, जिसमें सर्वाधिक आय है।

 

गत वर्ष 2015 के दौरान उत्तर भारत के इस शक्तिपीठ में दर्शन करने के लिए 40 लाख श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। चिंतपूर्णी मंदिर में वार्षिक कुल आय में से प्रशासनिक व्यय को निकाल कर 50 फीसदी शेयर हर वर्ष 300 पुजारी परिवारों में बांटा जाता है। करीब 10 से 11 करोड़ रुपए की राशि पुजारी परिवारों को उनकी हिस्सेदारी के रूप में दी जाती है। मंदिर में वार्षिक खर्च 22 से 23 करोड़ के बीच में है, जिसमें से 55 नियमित कर्मचारियों को लगभग 3 से 4 करोड़ रुपए वेतन के रूप में प्रदान किए जाते हैं।

 

70 सीसीटीवी स्थापित किए गए हैं मंदिर में
मंदिर की सुरक्षा के लिए पूरे क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरों के साथ जोड़ा गया है। देश की खुफिया एजैंसी आईबी और प्रदेश के विभिन्न खुफिया विंगों के परामर्श के आधार पर नए क्षेत्रों को भी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा गया है। विभिन्न स्थानों पर अत्याधुनिक 70 सीसीटीवी कैमरे यहां काम कर रहे हैं जिनकी समय-समय पर समीक्षा की जाती है और एक माह तक इनकी रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखी जाती है। मंदिर आयुक्त एवं डीसी ऊना अभिषेक जैन ने इसकी पुष्टि की है।

 

2 योजनाओं को  दिए 39 करोड़
इस वर्ष मंदिर प्रशासन की तरफ से लगभग 39 करोड़ रुपए की राशि केवल मात्र 2 योजनाओं एकीकृत पार्किंग एवं टूरिस्ट काम्पलैक्स तथा सीवरेज योजना के लिए भी प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त करोड़ों रुपए की राशि दूसरी योजनाओं पर भी खर्च की गई है। मंदिर ट्रस्ट द्वारा दी गई 16 करोड़ रुपए की राशि से ही सीवरेज योजना यहां शुरू की गई है। टैंडर प्रक्रिया मुकम्मल हो गई है और इसका काम जल्द शुरू होने वाला है।