निजी वाहन कूट रहे चांदी, टैक्सी वालों का धंधा हुआ मंदा

Tuesday, Sep 20, 2016 - 05:04 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा): हिमाचल के ऊना जिला में सैकड़ों निजी वाहन टैक्सी के तौर पर सड़कों में सरपट दौड़ रहे हैं, जिससे सरकारी राजस्व को तो करोड़ों का चूना लग ही रहा है इसके साथ ही परमिट लेकर सरकार को राजस्व देने वाले टैक्सी मालिकों का धंधा भी खत्म होता जा रहा है। 


जानकारी के मुताबिक ऊना मुख्यालय से रोजाना बिना परमिट वाली सैंकड़ों टैक्सियां सवारियों को उनके स्थान तक पहुंचा रही है, लेकिन हैरत है कि प्रशासन, पुलिस और परिवहन विभाग ऐसे वाहनों को रोकने में नाकाम सिद्ध हो रहा है। ऊना प्रीपेड टैक्सी यूनियन की मानें तो उन्होंने सरकार और अधिकारियों को सैंकड़ों बार शिकायत की लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया।


टैक्सी परमिट मालिकों ने बैंकों से लाखों रुपए लोन लेकर अपना धंधा शुरू किया था लेकिन निजी वाहन सस्ते रेट में जाकर उनके धंधे को नुक्सान पहुंचा रहे हैं, जिससे लोन की किश्तें तो एक तरफ परिवार के भूखे मरने तक की नौबत आ गई है। वहीं एस.डी.एम. ऊना में कुछ दिन पहले ही यह मामला आया है, जिसे लेकर प्रशासन, आर.टी.ओ. और पुलिस द्वारा चालान किए जा रहे हैं। एस.डी.एम. पृथीपाल सिंह ने कहा कि ऐसे वाहनों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्रवाई अम्ल में लाई जा रही है।