नेहा मर्डर केस : पति ही निकला हत्यारा

Sunday, Jul 17, 2016 - 06:56 PM (IST)

ऊना: शहर के वार्ड नंबर 4 में हुए नेहा मर्डर कांड की गुत्थी सुलझ गई है। नेहा के पति अरुण सभ्रवाल ने नेहा के कत्ल का गुनाह पुलिस रिमांड के दौरान कबूल कर लिया है। अरुण की निशानदेही पर पुलिस ने खून से सनी कमीज और जूतों सहित अन्य सामान भी बरामद कर लिया है। अरुण के अलावा इस मामले में अभी तक किसी अन्य की भूमिका सामने नहीं आई है। पुलिस ने अरुण के साथ उसके बड़े भाई तरुण को भी गिरफ्तार किया था और दोनों भाई इस समय पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं।

 

प्रैस कांफ्रैंस के दौरान एसपी अनुपम शर्मा ने बताया कि पत्नी पर पति के पनपे शक और रोज-रोज होते लड़ाई-झगड़ों की वजह से यह संगीन कत्ल हुआ है। 15 जुलाई को अरुण दुकान खोलने के कुछ देर बाद शक के चलते बिना बताए घर पहुंच गया। यहां उसकी पत्नी के साथ एक बार फिर से बहस हो गई जोकि हाथापाई में बदल गई। गुस्से में आकर अरुण ने पास पड़ी कैंची से उस पर वार कर दिए जिससे नेहा की मौके पर ही मौत हो गई।

 

कत्ल को हादसे में बदलने के लिए अरुण ने कूलर का एक ढक्कन खोलकर बैड पर रख दिया और टीवी उलटा कर दिया। उसके बाद अरुण ने कैंची को एक बाल्टी में डाल कर धोया और खून के धब्बे एक तौलिए के साथ साफ किए। कपड़े बदलकर खून से सनी कमीज को अरुण ने घर के पीछे प्रोफैसर कालोनी की दीवार फांद कर झाडिय़ों में छिपा दिया और स्वयं दुकान पर जा पहुंचा। थोड़ी देर बाद वह फिर सामने के रास्ते से घर आया और पत्नी के करंट से मरने का हल्ला डाला जिसके बाद लोग और पुलिस मौके पर पहुंची। ध्यान बंटाने के लिए अरुण कहता रहा कि उसकी पत्नी को करंट लगा और वह नीचे गिरी जिससे आई चोट से खून निकला है लेकिन मृतका के शरीर पर हथियार से वार के निशान कत्ल की तरफ इशारा कर रहे थे।

 

मोबाइल फोन को लेकर होती थी अक्सर लड़ाई
अरुण और नेहा के बीच कुछ समय पहले इश्क परवान चढ़ा तथा दोनों ने शादी का फैसला किया। लगभग 5 माह पहले ही दोनों ने परिवार के सदस्यों की रजामंदी से प्रेम विवाह को अरेंज मैरिज में बदल लिया। शादी के बाद दोनों ने कुछ समय अच्छी तरह गुजारा और उसके बाद से गृह क्लेश बढ़ गया। सास, बहू और देवरानी-जेठानी के बीच के झगड़े पुलिस चौकी के दरवाजों तक पहुंच गए। इसी दौरान नेहा के मोबाइल पर बार-बार आने वाले फोन अरुण को खटकने लगे। रोज फोन को लेकर लड़ाई-झगड़े दोनों के बीच आम हो गए। दोनों में तल्खियां इतनी बढ़ गईं कि नेहा के मोबाइल पर बजने वाली एक फोन कॉल की घंटी ही दोनों के बीच विवाद पैदा कर देती थी। अरुण का नेहा के चरित्र पर शक गहराता चला गया। कत्ल के दिन भी अरुण इसी शक के चलते घर पहुंचा था और दोनों के बीच हुए झगड़े में अरुण का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया तथा गुस्से में उसने अपनी पत्नी का कत्ल कर डाला।