महंगी दवाइयां लिख रहे चिकित्सक

Saturday, Jul 16, 2016 - 10:18 AM (IST)

अम्ब: हिमाचल प्रदेश के सिविल अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर किस प्रकार अस्पताल सप्लाई में आई दवाओं को नजरअंदाज कर महंगी ब्रांडेड दवाइयां मरीजों को लिख रहे हैं, इसका खुलासा अस्पताल में तैनात चीफ फार्मासिस्ट ने किया है। शुक्रवार को रोगी कल्याण समिति अम्ब की बैठक में राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं विधायक कुलदीप कुमार के समक्ष यह मुद्दा उठाकर चीफ फार्मासिस्ट ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया।

चीफ फार्मासिस्ट ने आरोप लगाया कि कुछ डॉक्टर तो सरकारी सप्लाई में आई दवाइयों को घटिया बताकर मरीजों को बाहर से महंगी दवाइयां खरीदने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। चीफ फार्मासिस्ट के इस खुलासे का राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कड़ा संज्ञान लिया और उन्होंने अस्पताल स्टाफ को विशेष हिदायत दी है कि भविष्य में अगर ऐसी शिकायत आई तो मामला मुख्यमंत्री के समक्ष उठा कर ऐसे डॉक्टरों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

मरीजों के साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप
समिति के एक सदस्य ने अस्पताल स्टाफ पर मरीजों के साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप भी लगाया। इसका राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर को लोग भगवान का दूसरा रूप मानते हैं लेकिन अगर डॉक्टर चंद रुपयों के लालच के लिए मरीजों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं तो ये बेहद दुखद है।

उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल को सप्लाई में आईं दवाइयां मरीजों को वितरित किए बिना एक्सपायर हुईं तो इसका जवाब-तलब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साधन संपन्न लोग तो निजी अस्पतालों में भी उपचार करवा लेते हैं लेकिन गरीब मरीज इन्हीं अस्पतालों पर निर्भर हैं। अस्पताल में मरीजों को स्तरीय सुविधाएं मिलें, इसके लिए इसका कायाकल्प किया जाएगा।