फिर जीतने उतरेगी हिमाचल की उड़नपरी बख्शो देवी, मगर बीमारी तोड़ सकती है सपना (PICS)
punjabkesari.in Saturday, Dec 26, 2015 - 02:54 PM (IST)

ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में शून्य डिग्री तापमान में नंगे पांव दौड़कर गोल्ड जीतने वाली बख्शो देवी अब रविवार को धर्मशाला में दौड़ेंगी। लेकिन इस बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की डगर आसान नहीं होगी। दरअसल बख्शो देवी रविवार को धर्मशाला में होने वाली मध्यम और लंबी दूरी की प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में दौड़ने के लिए तैयार है। दूसरी ओर बख्शो देवी को कुदरत ने गरीबी के साथ बीमारी भी ऐसी दी है, जिससे उसके सपनों के टूटने का डर है।
आपको बता दें कि बख्शो के पेट में पत्थरी है। इसके चलते मुफलिसी में दिन काट रही उसकी मां के पास बेटी के अॉपरेशन के लिए पैसे नहीं है। यही वजह है कि स्कूल के अध्यापक उसे कोचिंग देते वक्त इस बात से डरते हैं कि कहीं उसे पेट में तेज दर्द न हो जाए। लेकिन इसके बावजूद बख्शो की जिद के आगे शारीरिक अध्यापक भी कुछ नहीं कर पाए और उसे कोचिंग देने को तैयार हो गए।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ईसपुर में तैनात पी.टी.आई. तरसेम सैणी ने बताया कि पत्थरी की दर्द की वजह से उसे प्रतियोगिता की तैयारी करवाना मुश्किल है। हालांकि पहले उसे एक अदद इलाज की जरूरत है। बताया जा रहा है कि धर्मशाला के सिंथेटिक ट्रैक पर बख्शो अंडर-19 के खिलाड़ियों के साथ 5 हजार मीटर दौड़ के लिए मुकाबला करेगी। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में बख्शो देवी सहित विभिन्न जिलों के 13 से 15 और 16 से 19 आयु वर्ग के करीब 120 छात्र-छात्रा वर्ग के एथलीट शनिवार को धर्मशाला पहुंचेंगे। प्रतियोगिता से नेशनल के लिए खिलाड़ियों का चयन होगा।
उधर, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी एमपी भराड़िया ने बताया कि शनिवार को धर्मशाला में एथलीट पहुंच जाएंगे। प्रतियोगिता में 13 से 15 आयु वर्ग के लिए 3000 मीटर और 16 से 19 आयु वर्ग की महिला एवं पुरुष एथलीट की 5000 मीटर दौड़ प्रतियोगिता करवाई जाएगी। बख्शो देवी को भारतीय क्षत्रीय घृत चाहंग वाहती महासभा जिला संगठन ने 2100 रुपए के साथ सम्मानित किया।
गरीबी और लाचारी में जिंदगी गुजारने को मजबूर बख्शो देवी के परिवार के लिए सरकार की ओर से इससे बड़ी उदासीनता और क्या होगी। जिस महिला के पति की 9 साल पहले काम के दौरान मौत हो गई उसे विधवा पेंशन तक नसीब नहीं। यूं तो सरकार की ओर से गरीब और जरूरतमंदों के लिए कई तरह की कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं, लेकिन इनका लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंच रहा है या नहीं। इसका उदाहरण यह परिवार है। ईसपुर ग्राम पंचायत प्रधान संजय पाठक के मुताबिक वह विमला देवी को पेंशन लगवाने में मदद करेंगे।