युग हत्याकांड के बाद भी नहीं सुधरा IPH विभाग

Sunday, Sep 11, 2016 - 12:01 PM (IST)

सोलन (पाल): शिमला में हुई युग की हत्या से आई.पी.एच. विभाग अर्की में अभी तक सबक नहीं लिया है। यही कारण है कि अर्की तहसील में अधिकांश पानी के टैंकों में अभी तक ताले नहीं लगे हैं। इस कारण इनकी सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। कई टैंकों के तो ढक्कन टूटे हुए हैं और विभाग के स्वच्छ पानी के दावे की पोल खोलने के लिए काफी हैं। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण विभाग के अधिकांश पानी के स्टोरेज टैंक आबादी से दूर जंगलों व घासणियों में हैं। इसके कारण उन टैंकों की सुरक्षा राम भरोसे ही है जिनमें ताले नहीं हैं। शरारती तत्व इन टैंकों के आसानी से ढक्कन खोलकर पानी को गंदा कर सकते हैं।


टैंकों पर रखे गए टूटे हुए ढक्कन सुरक्षा की गारंटी नहीं हैं। पंजाब केसरी ने अर्की क्षेत्र के कुछ टैंकों का दौरा कर इनकी सुरक्षा का जायजा लिया। ग्राम पंचायत डुमैहर के कोट गांव को जिस टैंक से पानी की आपूर्ति होती है उसका ढक्कन काफी समय से टूटा हुआ है। इस टैंक से करीब 40 परिवारों को पानी की आपूर्ति होती है। विभाग ने नया ढक्कन लगाने के स्थान पर 2 सीमैंट के टुकड़े इसके ऊपर छोड़े हुए हैं। इन दोनों के बीच में काफी गैप है। सांप-बिच्छू व गंदगी  इसके अंदर आसानी से जा सकती है। इसी तरह भुमती पंचायत के डाडल गांव को पानी की आपूर्ति करने वाले स्टोरेज टैंक पर ढक्कन तो लगा हुआ है लेकिन ताला नहीं है। इसके कारण इसकी सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। बच्यूण गांव के टैंक का भी यही हाल है। विभाग ने इस टैंक को ढकने के लिए ढक्कन तो लगाया है लेकिन ताला नहीं है। 


ढक्कन है ताला नहीं
सरयांज पंचायत में विभाग के पानी की स्टोरेज के 2 टैंक हैं। एक टैंक पर तो ढक्कन लगा हुआ है लेकिन ताला नहीं है। इस टैंक की ऊंचाई इतनी कम है कि कोई भी आसानी से इस पर चढ़ सकता है। दूसरे टैंक पर विभाग ने ढक्कन तो लगाया है लेकिन यह जालीदार है।