शिक्षा के बिना हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते : वीरभद्र

Sunday, Oct 23, 2016 - 11:56 PM (IST)

सोलन: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि राजनीति में आने के बाद से उनका शिक्षा पर हमेशा ही विशेष ध्यान रहा है, क्योंकि वह इस बात पर विश्वास रखते हैं कि केवल शिक्षा एक स्वस्थ, जिम्मेदार एवं खुशहाल समाज के निर्माण में मददगार होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक मूलभूत आवश्यकता है तथा गुणात्मक एवं उच्च शिक्षा के बिना हम अन्य देशों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते। मुख्यमंत्री ने यह बात धर्मपुर पाइनग्रोव स्कूल के रजत जयंती समारोह के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि कही।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों को प्राथमिक एवं वरिष्ठ स्कूल शिक्षा से लेकर उच्च एवं व्यावसायिक शिक्षा तक विशेष बल प्रदान कर रही है। यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि प्रत्येक बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल कर अपने परिवार के लिए एक संपत्ति और स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में मद्दगार बने। उन्होंने कहा कि ‘मैं उम्मीद करता हूं कि प्रत्येक बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल करे और सरकार में रहते हुए इस अति आवश्यक जिम्मेदारी को हम सुनिश्चित बना सकते हैं’।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों की शिक्षण एवं व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कई नीतियां कार्यान्वित की हैं। आज हिमाचल प्रदेश में अकेले सरकारी क्षेत्र में 15,500 से अधिक पाठशालाएं तथा 115 डिग्री कालेज हैं और सरकार ने हमेशा ही गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इन प्रयासों में निजी शिक्षण संस्थान भी पूरक एवं सहयोगी बन रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूल प्रबंधन तथा संकाय को बधाई दी। उन्होंने इस अवसर पर आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत करने के लिए एनसीसी विद्यार्थियों की विशेष तौर पर सराहना की। मुख्यमंत्री ने पाठशाला में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा स्थापित हस्तशिल्प और दृश्य कला में गहरी रुचि दिखाई। इस अवसर पर स्कूल की यात्रा एवं उपलब्धियों पर एक वृत्तचित्र भी दिखाया गया। वीरभद्र सिंह ने स्कूली बच्चों की परेड का निरीक्षण भी किया। उन्होंने पाठशाला के इंडोर स्टेडियम की आधारशिला भी रखी।