शूलिनी मेले में 12 लाख रुपए के पंजाबी सिंगर काका की आवाज 12 फुट तक भी नहीं पहुंची क्लीयर

Monday, Jun 27, 2022 - 06:28 PM (IST)

सोलन (पाल): राज्य स्तरीय शूलिनी मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या जिला प्रशासन पर भारी रही। साऊंड सिस्टम से जहां किरकरी का सामना करना पड़ा, वहीं शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की नाराजगी भी झेलनी पड़ी। आलम यह था कि तीन दिवसीय राज्य स्तरीय शूलिनी मेले की सांस्कृतिक संध्या के सबसे महंगे पंजाबी सिंगर काका की आवाज मंच से करीब 12 फुट तक क्लीयर नहीं सुनाई दे रही थी। इस कारण सांस्कृतिक संध्या में पहुंचे लोगों को निराशा का सामना करना पड़ा। मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या में ही साऊंड सिस्टम की पोल खुलनी शुरू हो गई थी लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। इसके चलते तीसरी संध्या में 12 लाख रुपए की भारी-भरकम कीमत देकर बुलाए गए काका के मंच संभालते ही यह सिस्टम बैठ गया। लोग साऊंड को लेकर बार-बार आवाजें लगा रहे थे। निराश होकर कई लोग धीरे-धीरे घर लौटते गए।

संध्या में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज भी प्रशासन की व्यवस्थाओं से इतने नाराज हुए कि उन्होंने नगर परिषद के पार्षदों से फूलों का गुलदस्ता लेने से इंकार कर दिया। शहरी विकास मंत्री मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ वाले सोफे पर बैठे हुए थे। कुछ महिला पार्षद सम्मान स्वरूप फूलों का गुलदस्ता लेकर आईं लेकिन उन्होंने इसे लेने से इंकार कर दिया और सोफे पर ही बैठे रहे। हालांकि बाद मेंं उन्होंने पार्षदों से फूलों के गुलदस्ते लिए।

शहरी विकास मंत्री की नाराजगी जिले के अधिकारियों से थी क्योंकि ठोडो मैदान में गाडिय़ों के जमावड़े के कारण उन्हें गाड़ी से उतरकर भीड़ के बीच में पैदल आना पड़ा। अधिकारी भी उनके स्वागत के लिए गाड़ी तक नहीं पहुंच सके, क्योंकि वे मुख्यमंत्री की आवभगत में व्यस्त थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का काफिला शहरी विकास मंत्री से पहले ही ठोडो मैदान में पहुंच गया था। हालांकि तीसरी सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि सुरेश भारद्वाज थे लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का सोलन का कार्यक्रम बनने पर वह रविवार करीब 5 बजे सोलन पहुंचे जहां उन्होंने माता शूलिनी का आशीर्वाद लिया।

पहले दिन से खुली व्यवस्थाओं की पोल
मेले के पहले दिन शूलिनी माता की शोभायात्रा के साथ ही व्यवस्थाओं की पोल खुलनी शुरू हो गई थी। माता के दर्शनों के लिए लोगों को धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा जबकि जेब कतरों ने कई लोगों की जेबों पर हाथ साफ किया। सोने की चेन से लेकर मोबाइल फोन व पर्स चोरी होने की कई शिकायतें पुलिस तक पहुंचीं। हालांकि पुलिस ने करीब 200 संदिग्धों को हिरासत में लिया। राजगढ़ रोड पर रविवार को लगे जाम से लोगों को पैदल मेला मैदान तक पहुंचना मुश्किल हो गया।

समय का अभाव बताकर कई कलाकार गाने से रोके
पहली सांस्कृतिक संध्या में इंडियन आईडल अंकुश भारद्वाज व दलीप सिरमौरी ने अभी रंग जमाना शुरू ही किया था कि समय का अभाव बताकर उन्हें आगे गाने की अनुमति नहीं दी गई। इन कलाकारों का एक-एक गाना करीब 50-50 हजार रुपए का पड़ा। दूसरी सांस्कृतिक संध्या में भी लाखों रुपए देकर बुलाए गए बड़े कलाकार वैसा रंग नहीं जमा पाए जिसकी उम्मीद थी। पहली व दूसरी सांस्कृतिक संध्या में एंकर जयंत अपना रंग जमाने में कामयाब रहे लेकिन तीसरी संध्या में उन्हें दूर रखा गया। लोगों का कहना है कि उनके स्थान पर जिसे मौका दिया गया उन्होंने केवल निराश ही किया।

सकारात्मक पहलू : दंगल से लेकर खेलकूद प्रतियोगिता का सफल संचालन
 राज्य स्तरीय शूलिनी मेले की शोभायात्रा शानदार रही। दंगल से लेकर खेलकूद प्रतियोगिता, डॉग शो व अन्य कार्यक्रमों का सफल आयोजन मेले की विशेषता रही। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने बेहतरीन काम किया। उनकी दिन-रात मेहनत का परिणाम था कि शहर स्वच्छ रहा। तीनों दिन भंडारों का सफल आयोजन हुआ। स्कूल के एन.सी.सी., एन.एस.एस. व स्काऊट एंड गाइड के बच्चों ने अपनी ड्यूटी का सफल निर्वहन किया।

मुख्यमंत्री ने थपथपाई प्रशासन की पीठ
 कोरोना के कारण दो वर्ष बाद हुए मेले को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों के लिए नया अनुभव था। शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए मेले को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंच से प्रशासन की पीठ थपथपाई। ए.एस.पी. सोलन अशोक वर्मा का कहना है कि राज्य स्तरीय शूलिनी मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। स्थानीय जनता के सहयोग से यह संभव हुआ है। जेब कटने की शिकायतें आने के बाद पुलिस ने करीब 200 संदिग्धों को हिरासत में लिया था। पहले दिन के बाद ऐसी शिकायतें नहीं आईं।

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Kuldeep