सोलन में बदमाशों ने तानी बंदूक, तस्वीरों में देखिए कैसे बना तनावपूर्ण माहौल

Sunday, Oct 02, 2016 - 12:55 PM (IST)

परवाणु: औद्योगिक शहर परवाणु के सैक्टर 6 में स्थित सेब मंडी में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां पर 2 ट्रांसपोर्टरों के आपसी झगड़े ने उस समय विकराल रूप ले लिया जब एक ट्रांसपोर्टर ने बाहरी राज्य से बंदूकों से लैस कुछ गुंडे बुलाकर मंडी में मजदूरी कर रहे एक मजदूर पर बंदूक तान दी। इस दौरान अन्य मजदूरों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो एक अन्य गुंडे ने मजदूर के सिर पर पत्थर से हमला कर लहूलुहान कर दिया। 


जानकारी के अनुसार सेब मंडी परवाणु में राजीव कुमार व मनोज दोनों ही ट्रांसपोर्टर का कारोबार करते हैं। शनिवार को करीब 12 बजे दोनों ही ट्रांसपोर्टरों के बीच में लोडिंग व अनलोडिंग को लेकर झगड़ा हुआ और मनोज कुमार ने राजीव कुमार को पत्थर मारा, जिस पर मंडी में आढ़ती एसोसिएशन के लोगों ने दोनों का बीच-बचाव कर झगड़े को निपटा लिया। उसके बाद करीब 2 बजे मनोज बाहरी राज्यों से कुछ गुंडे लेकर दोबारा मंडी में आ पहुंचा और वह दूसरे ट्रांसपोर्टर के मजदूर को डरा-धमका कर राजीव कुमार के बारे में पूछने लगे परंतु मजदूर के न बताने पर बाहरी राज्य से आए रामबीर निवासी जींद हरियाणा ने कर्मचारी मोहन सिंह पर बंदूक तान दी और गोली चलाने की कोशिश की लेकिन किसी कारण से गोली नहीं चली। 


इसके बाद वहां मौजूद अन्य मजदूरों ने अपने साथी को बचाने के लिए गुंडों पर धावा बोल दिया और माहौल तनावपूर्ण होता देख बंदूकों से लैस गुंडे भागने लगे लेकिन इस दौरान हमलावरों के एक साथी संजय निवासी सोनीपत हरियाणा को मजूदरों व आढ़तियों ने दबोच लिया और अन्य फरार होने में सफल हो गए, वहीं पुलिस ने  फरार हुए एक हमलावर रामबीर सिंह को गाड़ी (नं. एच.आर.31 एच.-4563) के साथ पिंजौर की लाइटों वाले चौक पर दबोच लिया, जिसके पास से .22 बंदूक बरामद की है। शनिवार को परवाणु सेब मंडी में 2 ट्रांसपोर्टरों के बीच हुए झगड़े के बाद 2 हमलावर देर शाम खबर लिखे जाने तक भी फरार थे, जिनमें से एक ट्रांसपोर्टर मनोज व एक अन्य उसका चालक बताया जा रहा है। 


एस.एस.ओ. ने निजी गाड़ी में किया पीछा
शनिवार को परवाणु के सेब मंडी में बाहरी राज्यों से आए बंदूकों से लैस हमलावरों में से एक आरोपी को एस.एच.ओ. मिनाक्षी शर्मा की तत्परता से करीब 10 मिनट के भीतर ही पिंजौर के लाइटों वाले चौक पर धर-दबोचा। जब एस.एच.ओ. मिनाक्षी शर्मा को इस मामले में आढ़ती एसोसिएशन से सूचना मिली तो वह स्वयं एक निजी वाहन में हमलावर के पीछे भागीं और करीब 10 मिनट तक नैशनल हाईवे में पीछा करने के बाद उसे पकड़ लिया।