Watch Pics: ये भाई-बहन फ्रूट्स और एग्स को बनाते थे टारगेट, अब हैं बड़े स्टार

Wednesday, Mar 30, 2016 - 05:06 PM (IST)

शिमला: खुशबू धयल और दिग्विजय धयल। ये वे नाम हैं, जिन्हें इंडिया का गोल्डन प्लेयर कहा जा रहा है। कहा भी क्यों न जाए? बता दें कि इस भाई-बहन की हिम्मत ने हाल ही में बैंकॉक में आयोजित एशिया कप के तीरंदाजी इवेंट में ब्रॉन्ज मैडल जीतकर देश का मान रोशन किया है। सबसे खास बात ये है कि ये भाई-बहन इस टूर्नामेंट में इंडियन टीम के सबसे कम उम्र के तीरंदाज थे। इसके बावजूद वह मैडल जीतने में कामयाब रहे। पिता कर्नल दोनों भाई-बहन को कड़ी ट्रेनिंग देते थे।


फ्रूट्स और एग्स को बनाते थे टारगेट
खुशबू धवल को सेब और दिग्विजय को अंडे बहुत पसंद हैं। पिता कर्नल वी.एस. धवल दोनों को इसी का टारगेट देते थे। सेब के बीच एक निशान लगाते थे और फिर उसपर खुशबू को तीर से निशाना लगाने को कहते था। अगर निशाना सही लगा तो उसे प्राइज के तौर पर ज्यादा सेब दी जाती थी। उधर, दिग्विजय को भी अंडे पर निशाना लगाकर फोड़ने में कर्नल वी.एस. धयल ने माहिर बना दिया था। दिग्विजय अपने तीर से जितनी बार अंडे को सही निशाना बनाता, उसे प्राइज के तौर पर अंडे दिए जाते। 


आपस में ही कॉम्पिटिशन
दोनों भाई-बहन को तीरंदाजी करते देख सबसे छोटी दिव्या का भी रुझान बढ़ गया। फिर घर में तो एक टीम ही बन गई। आपस में ही तीनों कॉम्पिटिशन करने लगे। कर्नल वी.एस. धवल कहते हैं कि कई बार तीनों पहले प्रैक्टिस करने को लेकर आपस में ही लड़ पड़ते थे। यह परिवार हिमाचल प्रदेश में सोलन के कांडाघाट का रहने वाला है। इनकी पोस्टिंग महाराष्ट्र के पूणे के आर्मी स्कूल से है। खुशबू पूना आर्मी स्कूल में पढ़ाई कर रही है। वो 10वीं क्लास की स्टूडैंट है। दिग्विजय की स्कूलिंग भी पूना आर्मी स्कूल में हो रही है। वो 9वीं क्लास का स्टूडैंट है। खुशबू और दिग्विजय स्पोर्टस अथॉरिटी ऑफ इंडिया के खिलाड़ी भी हैं। 


दिसंबर 2014 में पहला मैडल
2014 के दिसंबर में हुए नैशनल गेम में खुशबू ने पहला मैडल जीता है। बताया जा रहा है कि खुशबू को मिनी सब जूनियर केटेगरी में ब्रॉंज मैडल मिला। दिग्विजय ने भी सब जूनियर केटेगरी में नैशनल लेवल पर ब्रांज मैडल जीता।


इस साल भी बनी चैम्पियन
खात बात तो यह है कि जनवरी 2016 में गोवा में तीरंदाजी का नैशनल गेम आयोजित किया गया। इसमें खुशबू ने गोल्ड मैडल जीता। इतना ही नहीं खुशबू की छोटी बहन दिव्या भी इस टूर्नामेंट में सिल्वर मैडल जीत चुकी है। दिव्या भी खुशबू और भाई दिग्विजय की तरह तिरंदाज है।