तकनीकी सहायकों ने मांगी नियमित नियुक्ति

Saturday, Aug 27, 2016 - 02:10 AM (IST)

शिमला: प्रदेश विधानसभा के बाहर शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश तकनीकी सहायक संघ ने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान लगभग 800 तकनीकी सहायकों ने भाग लिया। तकनीकी सहायकों ने चौड़ा मैदान से विधानसभा तक एक रैली निकाली। रैली में उन्होंने सरकार के खिलाफ  नारेबाजी की। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे रैली विधानसभा के बाहर पहुंची जहां पर उन्होंने अपनी मांगों को दोहराया। उन्होंने सरकार से अपनी नियमित नियुक्ति की मांग उठाई। इसके अलावा अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह आर. एंड पी. रूल की भी मांग उठाई। संघ ने चेताया कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो वह जल्द ही अनशन का रास्ता अपनाएंगे तथा इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार होगी।
 
 प्रदेश तकनीकी सहायक संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष भुवनेश्वर शर्मा ने बताया कि तकनीकी सहायकों की नियुक्ति सरकार ने वर्ष 2002 में की थी। उस दौरान करीब 663 तकनीकी सहायकों को नियुक्ति दी गई थी। 2005 में सरकार ने दोबारा से उनके इंटरव्यू रख दिए। इस दौरान कई नए तकनीकी सहायकों को भी नियुक्त किया गया। सरकार ने उस समय डेढ़़ प्रतिशत कमीशन डेढ़ लाख तक के कार्य के लिए रख दी। उसके बाद वर्ष 2008 में 400 नए तकनीकी सहायक और रखे गए, वहीं सरकार की ओर से उनकी कमीशन खत्म करके 240 रुपए दिहाड़ी तय कर दी गई। अब करीब 1100 तकनीकी सहायक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्ष 2016 में अब दोबारा से सहायकों को दैनिक भोगी बनाकर उनकी दिहाड़ी 290 रुपए तय की है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं।
 
कार्यकाल 10 साल होने के बावजूद सरकार बना रही दैनिकभोगी 
प्रदेश तकनीकी सहायक संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष भुवनेश्वर शर्मा ने बताया कि प्रत्येक पंचायत सहायकों का कार्यकाल 10 वर्ष से अधिक हो चुका है बावजूद इसके सरकार अब भी उन्हें दैनिकभोगी बना रही है, जो सरासर गलत है। तकनीकी सहायकों से सरकार कई कार्य ले रही है। इसमें मनरेगा के साथ-साथ सरकार की ओर से जितनी भी योजनाएं चलाई जाती हैं, उनका पूरा कार्य लिया जाता है तथा रिवीजन भी करवाया जाता है, ऐसे में सरकार अब उन्हें नियमित करे अन्यथा संघ जल्द ही आमरण अनशन शुरू करेगा।