यूरिनल चार्ज के विरोध में महिलाओं ने एमसी के खिलाफ खोला मोर्चा

Friday, Sep 30, 2016 - 01:22 AM (IST)

शिमला: शौचालय प्रबंधन की मनमानी वसूली महिलाओं की जेब पर भारी पड़ रही है। यूरिनल चार्ज के विरोध में महिलाओं ने एमसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऐसे में राजधानी शिमला में सार्वजनिक शौचालयों की बदतर हालत पर एमसी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।


शहर की जागरूक महिला ईशा शर्मा व शोघी की पूर्व प्रधान लीला शर्मा ने वीरवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि शहर में शौचालय प्रबंधन की मनमानी से महिलाओं में रोष है। उन्होंने कहा कि शहर में स्थित शौचालयों की दशा बद से बदतर होती जा रही है जिसकी शिकायत एसपी डीडब्ल्यू नेगी से की गई है।


उन्होंने कहा कि निगम ने महिला शौचालय में यूरिनल के 2 रुपए निर्धारित किए हैं लेकिन शौचालय वाले उनसे 5 रुपए वसूलते हैं, जिसमें बाकी के बचे 3 रुपए सीधे उनकी जेब में जा रहे हैं। शहर में दिन में सैंकड़ों महिलाएं कई बार शौचालय का प्रयोग करती हंै और हर बार उन्हें 5 रुपए देने पड़ते हैं। जागरूक महिला ईशा ने कहा कि जब पुरुष शौचालय में यूरिनल नि:शुल्क है तो महिलाओं से 5 रुपए किस बात के लिए जाते हैं।


ई शौचालय बनाने की मांग
पत्रकार वार्ता के दौरान शहर की जागरूक महिला ईशा व शोघी की पूर्व प्रधान लीला शर्मा ने नगर निगम से शहर में ई शौचालय बनाने की मांग उठाई है ताकि यहां सफाई के साथ-साथ सही कीमत वसूली जाए, वहीं दोनों महिलाओं ने आरोप लगाया कि शहर में निगम जो शौचालय चला रहा है, उसकी हालत इतनी खराब है कि इसे उपयोग करने से बीमारी लगने का खतरा बना रहता है। यही नहीं, यहां तो शौचालय में अभद्र भाषा व गालियां भी लिखी होती हैं।


व्यवस्था न सुधरी तो जाएंगे कोर्ट
लीला शर्मा व उनकी सहयोगी ईशा शर्मा ने शहर में शौचालयों की दशा पर कड़ी आपत्ति जताई है, साथ ही यहां चेतावनी देते हुए दोनों महिलाओं ने कहा कि यदि इसके बाद भी यहां शौचालयों की दशा नहीं सुधरती है तो वे मजबूरन कोर्ट में जाकर इस संबंध में याचिका दायर करेंगी।