एक बार फिर धूमल ने वीरभद्र को लिया निशाने पर, बोले...

Tuesday, Jun 28, 2016 - 04:43 PM (IST)

शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने वीरभद्र सिंह को एक बार फिर निशाने पर लिया है। उन्होेंने कहा मुख्यमंत्री वीरभद्र की यह बात सच है कि वह ज्योतिषी नहीं हैं। लेकिन वह भूल रहे हैं कि उनके नेतृत्व की पूर्व कांग्रेस सरकारों का इतिहास, वर्तमान सरकार के कार्यकाल का घटनाक्रम और मुख्यमंत्री की अंधाधुंध बजट घोषणाओं से कोई भी राजनीतिक समझ रखने वाला कार्यकर्त्ता आसानी से पूर्वानुमान लगा सकता है।


धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री समय से पहले हिमाचल में चुनाव करवाना चाहते हैं। कांग्रेस के चुनावी वायदे के अनुसार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला है। छात्र वर्दी को तरस रहे हैं। कर्मचारी 4-9-14 के वित्तीय लाभों की प्रतीक्षा में हैं। पेंशनरों और कर्मचारियों को डी.ए. किस्त महीनों से नहीं मिली है। सड़कों की मरम्मत को सरकार के पास पैसा नहीं है। हिमाचल में 350 से ज्यादा स्कूलों का परिणाम 20 प्रतिशत से नीचे है। शिक्षा मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री का दायित्व था कि वे प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा पर जोर देते।


जानकारी के मुताबिक धूमल ने भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों के मामले में कहा कि यह गर्व की बात है भाजपा एक लोकतांत्रिक और जीवंत पार्टी है। इसमें सभी को अपनी योग्यतानुसार किसी भी पद पर दावा करने का अधिकार है। मंत्रियों की अनुपस्थिति पर शिला पट्टिका से नाम हटाने के मामले पर धूमल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हिमाचल दौरे के दौरान मुख्यमंत्री केवल सोलन में उपस्थित थे। क्या मुख्यमंत्री स्वयं पट्टिकाओं से अपना नाम हटाने की पहल करेंगे?