KNH में बदले बच्चों को मिलेंगे उनके असली मां-बाप...अब सभी को 27 अक्तूबर का इंतजार

Monday, Oct 24, 2016 - 04:48 PM (IST)

शिमला: ह‍िमाचल प्रदेश की राजधानी श‍िमला के कमला नेहरू अस्पताल (के.एन.एच.) में बच्चा बदलने का मामला सुलझ गया है। अब बदले बच्चों को उनके असली मां-बाप मिल जाएंगे। 27 अक्तूबर को उन्हें इनसे मिला दिया जाएगा। बता दें कि पांच महीने से उलझी इस गुत्थी को डी.ए.नए. ने सुलझा दिया, हालांकि दोनों बच्चों की मां इस मामले से काफी ज्यादा मानसिक तनाव झेल रही हैं परंतु अस्पताल प्रशासन की गलती का खामियाजा तो अब भुगतना ही होगा।


शहर के लोग ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में ये मामला चर्चा में है, क्योंकि पहली बार ऐसा मामला प्रदेश में सामने आया है। शिमला के लोग के.एन.एच. प्रबंधन के खिलाफ मुखर होने लगे हैं, जो अब सड़कों पर उतरने की तैयारी में है। देखना ये होगा कि किस तरह की कार्रवाई उनके खिलाफ होती है। सभी लोग 27 अक्तूबर का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले को लेकर खुद मुख्य न्यायाधीश भी भावुक थे, क्योंकि माताओं की स्थिति किसी से अछूती नहीं है। फ्रंट के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि अस्पताल में हुई इस लापरवाही के कारण यह मामला सामने आया है।


उन्होंने के.एन.एच. शिमला पर प्रशनचिन्ह लगाते हुए अंदेशा जताया है कि इससे पहले भी न जाने अस्पताल में ऐसे कितने मामले हुए होंगे। उन्होंने इस प्रकरण की कड़ी निंदा की है और साथ ही मुख्यमंत्री से पूरी ईमानदारी से जांच करने के निर्देश जारी करने की मांग की है। इस प्रकरण में संलिप्त दोषियों के खिलाफ उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि ऐसी घटना फिर से न दोहराई जाए इसके लिए अस्पताल में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाने चाहिए।


शिशु कक्ष में लगाए जाएं सी.सी.टी.वी. कैमरे
राजकुमार अग्रवाल ने कहा है कि अस्पताल में शिशु कक्ष में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाने चाहिए ताकि फिर से इस प्रकार की घटना न हो। उन्होंने कहा कि सी.सी.टी.वी. कैमरे की निगरानी में बच्चे की पहचान आसानी के साथ की जा सकती है और ऐसे मामले में दोषी आसानी से पकड़ में आ सकता है।