5 महीने बाद असली मां-बाप के पास पहुंचे दो मासूम, भावुक हुए परिवार

Wednesday, Oct 26, 2016 - 04:38 PM (IST)

शिमला (विकास शर्मा): आखिरकार वो घड़ी आ ही जिसका इंतजार न सिर्फ शिमला के दो परिवारों को था बल्कि लोगों की भी नजर टिकी हुई थी। शिमला के बहुचर्चित बच्चा बदली मामले में दोनों मासूम अपने-अपने असली मां बाप के पास पहुंच गए। जब बच्चे बदले गए तो दोनों परिवार भावुक हो गए। शिमला के खलीनी में अन्न पराशन का विधान पूरा किया गया। एक तरफ जहां अपने असली बच्चे से मिलने की खुशी थी तो दूसरी तरफ इस बात का दुख भी कि जिसे पिछले 5 महीने तक अपना मानकर पाला वो किसी और घर जा रहा है। 


दोपहर करीब अढ़ाई बजे एक परिवार बच्चा लेकर खलीनी पहुंचा और आपसी सहमति से बच्चे बदल दिए। हाईकोर्ट ने दोनों परिवारों को आपसी सहमति से बच्चा बदली करने की तारीख चुनने को कहा था। जिसके बाद दोनों परिवारों ने 26 अक्टूबर की तारीख तय की थी। अब गुरूवार को एक बार फिर हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई होगी। 


क्या है मामला 
यह मामला 26 मई 2016 को शुरू हुआ, जब एक ही दिन दो महिलाओं की शिमला के के.एन.एच. अस्पताल में डिलीवरी हुई। डी.आर.एस.एल. शिमला के एक दंपत्ति ने आरोप लगाया कि अस्पताल में उनके नवजात बच्चे को बदल दिया गया। उनके मुताबिक प्रसव के बाद उन्हें पहले अस्पताल स्टाफ ने लड़का होने की सूचना दी लेकिन बाद में उन्हें एक बच्ची थमा दी गई। परिवार के मुताबिक प्रसूती के फ़ौरन बाद उस समय ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स ने इसकी जानकारी उन्हें दी थी लेकिन बाद में अस्पताल कर्मियों ने उन्हें एक नवजात बची उन्हें सौंप दी। 13 जुलाई को परिजनों ने पुलिस अधीक्षक शिमला को मामले में शिकायत दी गई। मामला कोर्ट में पहुंचा और 9 सितंबर को रिपोर्ट जुन्गा फारेसिक लैब से आई डीएनए रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि बच्चे बदले गए।


वीडियो देखने के लिए क्लिक करें