Gandhi Jayanti Special: बचपन में ''इस'' नाम से पुकारे जाते थे महात्मा गांधी
punjabkesari.in Sunday, Oct 02, 2016 - 05:23 PM (IST)

शिमला: भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास कर्मचंद गांधी जिन्हें बापू या महात्मा गांधी के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म दिन 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। आइए आपको कुछ ऐसी ही बातें बताते है उनके बचपन की।
बता दें कि मोहनदास कर्मचंद गांधी के पितामह उत्तमचन्द गांधी यानी ओता गांधी ने दो शादियां की थीं। उनकी 6 संतानें थी। इन संतानों में एक कर्मचंद गांधी, गांधीजी के पिता थे। उन्हें प्यार से कबा गांधी कहा जाता था। खास बात यह है कि गांधीजी के पिता कर्मचंद गांधी ने भी 4 शादियां की थी। गांधी जी की पहली शादी 14 साल की उम्र में हुई थी। इस शादी से उनकी 2 बेटियां हुईं। इतना ही नहीं जब गांधी जी 25 साल के हुए तो उनकी पहली पत्नी चल बसीं। कबा गांधी जी ने दूसरी षादी की। तब वह अपने पिता की जगह पोरबंदर के दीवान बने थे। इसके बाद उनकी तीसरी शादी हुई और तीसरी पत्नी के जीवित रहते कबा गांधी ने चौथी शादी की। गांधी जी के प्रारंभिक जीवन और उनके पूर्वजों पर शोध करने वाले प्रभुदास गांधी ने जीवन प्रभात नामक किताब लिखी है।
मोहनदास का प्यार का नाम था मोनिया
1857 के क्रांति वर्ष में गांधी की पुतली से शादी हुई। इस शादी से गांधी जी की चार संतानें हुईं। चौथी व अंतिम संतान खुद मोहनदास कर्मचंद गांधी थे। गांधी जी ने आत्मकथा में अपने पिता के बारे में लिखा - ‘पिताजी कुटुंब - प्रेमी, सत्यप्रिय, शूर और उदार किंतु क्रोधी थे। उनकी अंतिम शादी 40 साल बिताने के बाद हुई थी। गांधी जी के जन्म के समय उनकी उम्र 47 साल और मां पुतलीबा की उम्र 25 साल से कम थी। गांधी परिवार में बच्चों को घरेलू नामों से पुकारने का प्रचलन था। पितामह ओता गांधी और पिता कबा गांधी के नाम से पुकारे जाते थे। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कर्मचंद गांधी ने अपने बच्चों के घरेलू नाम रखे थे। मोहनदास का घरेलू नाम मोनिया रखा गया।