PICS: यहां सिक्का डालने से पूरी होती है हर मनोकामना, कठिन है इस मार्ग को पार करना

Tuesday, Aug 02, 2016 - 12:46 PM (IST)

रिकांगपिओ (किन्नौर): हिमाचल के जनजातीय जिले किन्नौर में एक ऐसी जगह है जहां सिक्का डालने से मन की हर मनोकामना पूरी होती है। यह मान्यता सदियों से चली आ रही है। बता दें कि ऐतिहासिक किन्नर कैलाश यात्रा सोमवार से शुरू हो गई। पहले दिन 342 लोगों का जत्था यात्रा पर निकल गया है। खास बात यह है कि यात्रा 15 अगस्त तक चलेगी। पहले दिन एस.डी.एम. कल्पा डॉ. अवनिंद्र ने श्रद्धालुओं के जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।


हिंदू और बौद्ध अनुयायियों की आस्था का केंद्र किन्नर कैलाश किन्नौर जिले में समुद्र तल से 24 हजार फीट ऊंचाई पर स्थित शिवलिंग के दर्शन करने को भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। पिछले साल 5 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। मान्यता है कि पूरे देश में शिव के 5 कैलाश हैं। इनमें एक किन्नर कैलाश किन्नौर जिले के पोवारी गांव से ऊपर स्थित है। अन्य कैलाशों में पहला श्रीखंड कैलाश, दूसरा मणिमहेश, तीसरा मानसरोवर और चौथा आदि कैलाश हैं।


जंगल और दुर्गम रास्तों से पहुंचते हैं श्रद्धालु
किन्नर कैलाश स्थित शिवलिंग की ऊंचाई 40 फीट और चौड़ाई 16 फीट है। हर साल अगस्त महीने में हजारों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए जंगल और दुर्गम रास्तों से होकर किन्नर कैलाश पहुंचते हैं। गणेश पार्क से करीब 500 की दूरी पर पार्वती कुंड है। इस कुंड के बारे में मान्यता है कि उक्त कुंड में सच्ची श्रद्धा से सिक्का अगर फेंका जाए तो मन की मुराद पूरी होती है। हर साल श्रद्धालु पार्वती कुंड में सिक्का डालकर मुराद मांगते हैं। इस रमणीक यात्रा के लिए भक्तों को अपने साथ खाने का सामान और पीने का पानी तंगालिग गांव से ही साथ लेना होगा। यहां सफर के बीच कही भी पानी नहीं मिलता है। यात्रा के दौरान सारथी सेवा संघ गाजियाबाद और किन्नर कैलाश कमेटी के सदस्य भक्तों के लिए लंगर की व्यवस्था कर रहे हैं। पोवारी बेसकेंप में यात्रा करने वाले लोगों की चिकित्सीय जांच की जा रही है। वहां शिव भक्तों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए हैं।