ये है ऐसा अनोखा मंदिर, यहां चोरी करने पर पूरी होती है मन्नत (Watch Pics)

Monday, Feb 08, 2016 - 09:27 AM (IST)

शिमला: कहा जाता है कि चोरी करना पाप है, लेकिन भारत अपने अनोखे रीति-रिवाजों और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। ऐसा ही एक मंदिर है सिद्धपीठ चूड़ामणि देवी मंदिर। मान्यता है कि यहां चोरी करने पर हर शख्स की मनोकामना पूरी होती है। देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड के रुड़की के चुड़ियाला गांव में प्राचीन सिद्धपीठ चूड़ामणि देवी मंदिर में पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखने वाले पति-पत्नी माथा टेकने आते हैं।


इसी यज्ञ में माता पार्वती ने अपने प्राणों की दी थी आहुति
यहां के बारे में प्रचलित कथा है कि माता सती (पार्वती) के पिता राजा दक्ष प्रजापति द्वारा आयोजित यज्ञ में भगवान शिव को आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज माता ने यज्ञ में कूदकर यज्ञ को नाश कर दिया था। भगवान शिव जब माता सती के मृत शरीर को लेकर जा रहे थे, तब माता का चूड़ा इस घनघोर जंगल में गिर गया था, जिसके बाद यहां पर माता की पिंडी स्थापित होने के साथ ही भव्य मंदिर का निर्माण किया गया। तब से यह प्राचीन सिद्ध पीठ मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है।


लोकड़ा चुराने की है परंपरा
मान्यताओं के अनुसार, जिन्हें बेटे की चाह होती है वह जोड़ा अगर मंदिर में आकर माता के चरणों से लोकड़ा (लकड़ी का गुड्डा) चोरी करके अपने साथ ले जाएं तो उन्हें बेटा होता है। उसके बाद बेटे के साथ मां-बाप को यहां माथा टेकने आना होता है।


मन्नत पूरी होने पर चढ़ाए जाते हैं दो लोकड़े
मान्यता है कि यहां बेटा होने पर भंडारा कराया जाता है। उसके साथ ही दंपती यहां से ले जाए हुए लोकड़े के साथ ही एक अन्य लोकड़ा भी अपने बेटे के हाथों देवी के चरणों में चढ़वाते हैं।