पहली बार यहां की हसीन वादियों से गुजरेगी साइकिल रैली (PICS)

Saturday, Sep 24, 2016 - 04:12 PM (IST)

शिमला: जोश, रोमांच और साहस की 12वीं एमटीबी हिमालया साइकिल रैली रविवार से शुरू हो रही है। 12वीं एम.टी.बी. हिमालय साइकिल रैली में इस बार 14 देशों से 67 प्रतिभागी भाग लेंगे। एम.टी.बी. हिमालय साइकिल रैली 8 स्टेजों में पूरी होगी। रैली के दौरान प्रतिभागियों को 8 दिनों में करीब 650 किलोमीटर तक का सफर तय करना होगा। इस बार रैली में एम.एस.बी. की टीम भी हिस्सा ले रही है।


रैली के दौरान प्रतिभागियों को कई कठिन व दुर्गम क्षेत्रों से होकर गुजरना होगा। रैली 25 सितम्बर को शिमला से रवाना होगी। इस बार रैली के आयोजक हिमालयन एडवैंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन (हस्टपा) ने रैली के रूट में बदलाव किया है। यह पहली बार होगा जब यह साइकिल रैली शिमला से शुरू होकर धौलाधार की हसीन वादियों के बीच बसे धर्मशाला तक जाएगी। रैली 3 अक्तूबर को धर्मशाला में समाप्त होगी। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए हिमालयन एडवैंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन (हस्टपा) के महासचिव अखिल पुरी ने कहा कि रैली के आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 


उन्होंने कहा कि रैली के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। पहले दिन 25 सितम्बर को रैली शिमला के मशोबरा से बेखल्टी, सरोग व धर्मपुर से होते हुए गड्डागुफर तक जाएगी। रैली के दूसरे दिन 26 सितम्बर को प्रतिभागियों को गड्डागुफर से मतियाना होते हुए शिलारू, जिमूनाला, जल, थेथिस, नारकंडा, ऑडी, फरल, शलान, किंगल, लूरी, टिप्पल धार व बहना से शवाद तक का सफर तय करना होगा। रैली के तीसरे दिन 27 सितम्बर को प्रतिभागियों को शवाद से कुंगश, पैनीओ, शुष, खनग, जलोरीजोट, जिबी से गडग़ुशैणी तक का सफर तय करना होगा। 28 सितम्बर को प्रतिभागियों के लिए आराम का दिन होगा। 


29 सितम्बर को रैली पुन: शुरू होगी और रैली के इस दिन प्रतिभागियों को गडग़ुशैणी से छाहागालू से होते हुए पेंडापानी, लस्सी, मग्रुगाला, जंजैहली, थुनग, चैंडी, कोट से बगशेड तक का सफर करना होगा। 30 सितम्बर को प्रतिभागियों को कंडा, बसी, सैंज, टंडी, पंडोह, शिवधार, घ्रणनेरी व कमांड तक का सफर तय करना होगा। जबकि 1 अक्तूबर को प्रतिभागियों को कमांड आई.आई.टी. से कटींडी होते हुए दिनापार्क, झटिंगिरी, टिकन से बरोट तक का सफर तय करना होगा। 2 अक्तूबर को रैली के दौरान प्रतिभागियों को बरोट से बड़ाग्राम होते हुए राजकुंडा, चेनापास, बिलिंग-बीर, संसल, दियोट, उतराला, होल्टा से होते हुए कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर तक का सफर तय करना होगा