सरकार की बर्खास्तगी को राजभवन पहुंची भाजपा

Tuesday, Oct 06, 2015 - 02:07 AM (IST)

शिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में चल रही प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा सोमवार को राजभवन पहुंची। पार्टी की तरफ से इस बारे राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन सौंपा गया। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल, हिमाचल भाजपा प्रभारी श्रीकांत शर्मा, सांसद वीरेंद्र कश्यप, रामस्वरूप शर्मा एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती के नेतृत्व में भाजपा विधायक, पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकत्र्ता इस अवसर पर मौजूद थे।

 

पार्टी की तरफ से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर आय से अधिक सम्पत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने एफ आईआर दर्ज की है। साथ ही उनके निजी आवास सहित 11 स्थानों पर छापेमारी की गई है। पार्टी का मानना है कि ऐसे में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नैतिकता के आधार पर अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए था ताकि निष्पक्ष रूप से इस मामले की जांच हो सके। पार्टी का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से सरकार की गतिविधियों को देखकर ऐसा ही लगता है। मुख्यमंत्री सहित किसी भी मंत्री ने कोई भी सरकारी कामकाज नहीं किया।

 

पूरी सरकार मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कुर्सी बचाने में लगी है। ज्ञापन में कहा गया है कि जबसे वीरभद्र सरकार ने प्रदेश में सत्ता संभाली है तबसे विकास कार्य ठप्प है। ज्ञापन में कहा गया है कि इस मुद्दे को लेकर भाजपा कार्यकत्र्ता जो धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं, उन पर पुलिस केस दर्ज कर रही है। इसके विपरीत कांग्रेस कार्यकत्र्ता प्रधानमंत्री तक के पुतले फूंक रहे है परन्तु पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इस तरह पुलिस कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं की मदद कर रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी ने 25 जून को तत्कालीन राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था परन्तु अब मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार और आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में सीबीआई की तरफ से एफ आईआर दर्ज करना एक गंभीर मामला है। इससे पूरा हिमाचल शर्मसार हुआ है। इसे देखते हुए राज्यपाल से मांग की गई कि प्रदेश सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए।

 

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आवास पर सीबीआई व ईडी की रेड के बाद भाजपा ‘वेट एंड वाच’ की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा विधायक दल कांग्रेस के कुछ विधायकों की तरफ से समर्थन की बात पर बराबर नजर बनाए रखे है और सभी पहलुओं पर चर्चा करने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। फिलहाल प्रदेश सरकार की बर्खास्तगी को लेकर भाजपा दिल्ली जाने की तैयारी में है और राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री से इस मामले को उठाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार सोमवार को भाजपा विधायक दल बैठक में प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर विस्तार से चर्चा हुई।

 

नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाजपा विधायकों के अलावा प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा ने भी भाग लिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रदेश में विकास कार्य ठप्प होने और मुख्यमंत्री व मंत्रियों के दिल्ली दौरों में व्यस्त होने का आरोप लगाया गया। पार्टी ने कांग्रेस हाईकमान पर भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार को दिए गए समर्थन को दोगलापन बताया। राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन सौंपने के बाद नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल के सरकारी आवास पर लंबी बैठक हुई। इसमें प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्यभर में आंदोलन शुरू करने की रणनीति पर चर्चा हुई। पार्टी ने भाजपा कार्यकत्र्ताओं पर पुतले फूंकने सहित अन्य मामलों में केस दर्ज करने पर आपत्ति जताई।