इंग्लैंड तक सुनेगी भारतीयों के इस काम की गूंज, विदेशियों ने बांधे तारीफों के पुल (देखें तस्वीरें)

Sunday, Sep 13, 2015 - 12:16 PM (IST)

शिमला: दोस्तों के साथ पहाड़ों की सैर पर निकले विदेशी सैलानियों को टॉय ट्रेन में बैठे अभी 15 मिनट ही हुए थे कि अचानक भयानक हादसा हुआ और लोगों में अफरातफरी मच गई। आपको बता दें कि यूके के ये सभी सैलानी स्पेशल टुअर पर शिमला रवाना हुए थे। लेकिन हादसे में इनके साथ आई 2 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। 


आइए आपको बताते हैं कैसे हुआ ये हादसा
सुबह 11.30 बजे सभी सैलानी राजधानी दिल्ली से शताब्दी ट्रेन से कालका स्टेशन पहुंचे थे। जहां उन्हें चार्टर ट्रेन के बारे जानकारी दी गई। दोपहर 12.15 बजे रेलवे विभाग ने फूल मालाओं के साथ सैलानियों का स्वागत किया और उन्हें चार डिब्बों वाली चार्टर टाय ट्रेन में बिठाया। दोपहर करीब 12.40 पर 37 सैलानियों और 2 टूरिस्ट गाइड के साथ ट्रेन शिमला की तरफ रवाना हो गई। दोपहर 12:55 पर पहले हाल्ट टकसान से कुछ ही दूरी पर दो डिब्बे रेल की पटरी से उतर गए जिससे अफरा-तफरी गई। दोपहर 1.10 पर हादसे की सूचना रेलवे विभाग और पुलिस को तुरंत दी गई।


परवाणू पुलिस ने वहां पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया। दोपहर 1.30 बजे स्थानीय प्रशासन और एंबुलेंस की गाड़ियां सभी घायलों को अस्पताल लेकर पहुंची। कुछ घायलों को मौके पर ही इलाज दिया गया लेकिन दुख की बात तो यह है कि वहां मरने वाली महिलाओं में जान निकोलस (72) और लैरियन मैरिया (53) शामिल हैं। घायलों में जान स्टीफन (72), एंड्यू (61), राबर्ट (64), डीना (84), डीरिचर्ड (72), स्टीफन (63), ज्यूडियक हैलेक्स (75), क्रिस्टिन फ्रेज (60) शामिल हैं। सभी यूके सिटिजन हैं। वहीं हादसे के बाद सही सलामत ट्रेन में मौजूद यात्रियों को कालका रेलवे स्टेशन स्थित धर्मशाला में लाया गया, जहां रेलवे के आला अधिकारियों ने उनसे हादसे के कारणों के बारे में जानने की कोशिश की।


उन्होंने बताया कि रास्ता बंद होने के कारण कालका के लिए शिमला से आने वाली शिवालिक डीलक्स और मेल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया। डीएम रेलवे दिनेश कुमार ने कहा कि कमिश्नर स्तर का अधिकारी मामले की जांच करेगा। रेलवे का तकनीकी विभाग हादसा का कारण तीखा मोड़ बता रहा है। वहीं, 4 डिब्बों वाली रेल में तेज रफ्तारी भी इस हादसे का कारण है, इसे नकारा नहीं जा सकता। 


बताया जा रहा है कि जब पटरी से डिब्बे उतरे तो दोनों डिब्बों में मौजूद अधिकांश सैलानी दरवाजे वाली साइड पर खड़े थे। जिस कारण ट्रेन अनियंत्रित होकर पटरी से उतरी गई। वहीं रेलवे पुलिस की मानें तो कालका शिमला विश्व धरोहर पर दौड़ने वाली टॉय ट्रेन को खिलौना समझने की सैलानी भूल न करें। हालांकि, रेलवे पुलिस समय-समय पर चालान काटती है, लेकिन इसपर रोक नहीं सकती है।