इस अमरीकी शख्स ने हिमाचल को बनाया था Apple State, जानिए कुछ खास बातें

Saturday, Oct 22, 2016 - 05:35 PM (IST)

शिमला: करीब 111 साल पहले 1905 में एक अमरीकी शख्स हिमाचल आया। बताया जा रहा है कि जब सैम्युल इवांस स्टोक्स ने शिमला के लोगों को बीमारी और रोजी-रोटी से जूझते देखा तो उसने यहीं रह कर उनकी सेवा करने का फैसला लिया। वे स्थानीय युवती से शादी कर आर्य समाजी बन गए। इतना ही नहीं उन्होंने अपना नाम बदलकर सत्यानंद स्टोक्स रख लिया। इस क्षेत्र में नकदी फसलें नहीं होने से लोग काफी गरीब थे। इस शख्स ने साल 1916 में अमरीका से पौध लाकर कोटगढ़ की थानाधार पंचायत के बारूबाग में सेब का पहला बगीचा तैयार किया। 


लोगों को सेब उगाकर दिखाया और उन्हें भी प्रेरित किया। सौ साल बाद आज हिमाचल एप्पल स्टेट बन चुका है। यहां के बागवान करोड़पति बन चुके हैं। प्रदेश के लाखों परिवार दूसरा काम धंधा छोड़कर सेब बागवानी से मोटी कमाई कर रहे हैं। आज उनकी लगाई रॉयल वैरायटी का सेब विदेशी किस्मों को भी मात दे रहा है। मौजूदा समय में हिमाचल में सेब का सालाना 3 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है। 


गौरतलब है कि सत्यानंद स्टोक्स ने स्वतंत्रता संग्राम में भी हिस्सा लिया था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ भी रहे। वे खादी पहनते थे। उनकी बहू विद्या स्टोक्स मौजूदा समय में हिमाचल सरकार में बागवानी मंत्री हैं।  


100 साल पूरे होने पर 6 नवंबर को विशेष कार्यक्रम
हिमाचल में सेब के 100 साल पूरे होने पर 6 नवंबर को कोटगढ़ के थानाधार में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों को भी आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में महिला और पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में शिरकत करेंगे।


प्रदेश में प्रमुख सेब उत्पादक क्षेत्र
शिमला जिले के कोटगढ़, कोटखाई, रोहडू़, चौपाल, कुल्लू जिला, किन्नौर जिला, लाहौल स्पीति, चंबा, मंडी जिले के कुछ इलाके, सिरमौर जिले के नौहराधार, हरिपुरधार क्षेत्र, कांगड़ा के बड़ा भंगाल, छोटा भंगाल क्षेत्र। 40 डिग्री तापमान में उगने वाला सेब बिलासपुर जैसे कुछ अन्य जिलों में उगाया जा रहा है।