3 माह बाद शुरू होगी श्रीखंड यात्रा

Saturday, Apr 02, 2016 - 10:11 PM (IST)

आनी: जिला कुल्लू के निरमंड से शुरू होने वाली श्रीखंड यात्रा को 3 महीने का समय बचा हुआ है, पिछले साल श्रीखंड यात्रा में भारी बारिश व बरसात तथा बादल फटने से जाऔं, सिंघगाड में नदी-नाले में पैदल चलने वाले पुल और रास्ते बह गए थे। श्रीखंड यात्रा के बेस कैंप सिंघगाड गांव के निवासी मान चंद ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, नोयाराम और गांव जाऔं के मोहर सिंह, लाला चंदन, पंचायत समिति निरमंड के सदस्य भूपेन्द्र सिंह व पंचायत सदस्य तृप्ता शर्मा आदि ने बताया कि जाऔं में पुल बह गए थे और सिंघगाड में घरों को नुक्सान हुआ था। इस बार भी स्थिति खराब है।

 

श्रीखंड यात्रा को शुरू होने में 3 माह शेष हैं, रास्ते व पुल अभी तक ठीक नहीं किए गए हैं। जाऔं और सिंघगाड गांवों के लोगों ने सरकार से मांग की है कि  बीते22 जुलाई 2015 को बादल फटने से सिंघगाड में भारी भू-स्खलन हुआ था जिससे गांव को आज भी खतरा बना हुआ है। 9 महीने बीत चुके हंै, रास्ते टूटे हुए जिस पर चलना बहुत ही खतरनाक बना हुआ है। सिंघगाड से भराठीनाला का रास्ता सबसे अधिक क्षतिग्रस्त है। श्रीखंड युवा सेवा मंडल की टीम ने उक्त रास्ते का दौरा किया। टीम के सदस्य मान चंद ठाकुर ने बताया कि जाऔं से सिंघगाड और भराठीनाला के जगह-जगह रास्ते टूटे हुए हंै जिन्हें शीघ्र ठीक करना होगा। बीते 25 जुलाई 2015 को प्रशासन ने जाऔं नदी पर श्रीखंड यात्रियों के लिए अस्थायी लकड़ी का पुल बनाया था, वह भी टूटने की कगार पर है।

 

गांव के लोगों ने सरकार से गुहार लगाई है कि सिंघगाड गांव को भू-स्खलन की चपेट में आने से बचाया जाए। बरसात आने से पहले चैकडैम सुरक्षा दीवारें लगाई जाएं। जाऔं व सिंघगाड गांवों के लोगों ने कहा कि इस साल भी श्रीखंड यात्रा 15 से 25 जुलाई तक होगी, पूरे देशभर के श्रद्धालु जून से अगस्त तक श्रीखंड यात्रा में चलते रहते हंै परन्तु इस साल पैदल चलने वाले सभी रास्ते अधिक खराब हैं। नदी में चलना पड़ रहा है, इन रास्तों को समय रहते ठीक किया जाए ताकि श्रीखंड यात्रा में देश-प्रदेश के श्रद्धालुओं व गांव की जनता को सुविधा मिल सके। इस बारे में एसडीएम आनी को लिखित पत्र भी दिया गया है।

 

वहीं इस बारे में एसडीएम आनी डा. सीएल चौहान ने कहा कि सिंघगाड गांव को सुरक्षित करने के लिए जिलाधीश कुल्लू को योजना भेजी गई है। श्रीखंड जाने वाले सभी पुल व रास्ते ठीक कर दिए जाएंगे। श्रीखंड यात्रा कमेटी के सदस्यों की इस बारे निरमंड में बैठक की जाएगी जिसमें वन विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी।