Watch Pics : शिकारी काली मां के दर्शनों के लिए भक्तों का लगा तांता

Saturday, Jul 23, 2016 - 05:05 PM (IST)

शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में करीब 150 किलोमीटर दूर रामपुर के डंसा पंचायत में स्तिथ शिकारी काली माता मंदिर में धार्मिक आयोजन किया गया। इस दौरान इलाके के देवी देवताओं सहित हजारो लोग शरीक हुए। 9 हजार फिट की ऊंचाई पर शिकारी काली माता के मंदिर जीर्णोद्वार के बाद प्रतिष्ठा की गई।

क्षेत्र के लोगों के अनुसार काली माता की स्थापना आर्यों के आगमन काल में हुआ है। आर्यों  ने अपनी रक्षा के लिए मंदिर की स्थापना की थी। लोगों ने बताया की मंदिर जीर्णोद्धार के दौरान मिले अवशेषों से मंदिर आर्यों के आगमन काल को दर्शाता है। क्षेत्र के लोगों में मां के प्रति इतनी आस्था हैं कि जब गाव में किसी के गाय सूती है तो उस के बाद जब तक घी तयार कर मां के दरबार नहीं पहुंचाया तब तक उसे ज्थयानि अपने आप प्रयोग नही करते। लोगों में यह भी मान्यता है कि शिकारी मां उनकी रक्षा के अलावा सुख शान्ति बनाए रखती है।

वहीं दूसरी ओर आयोजन समिति के अध्यक्ष खेल चंद नेगी ने बताया की इस मन्दिर की स्थापना आर्यों के आगमन काल की है। इस मन्दिर के जीर्णोद्धार इलाके के देवी देवताओं की उपस्थिति में किया गया। शिकारी मां इलाके की सुख शांति और विपदी से बचने के लिए मां के दरबार लोग पहुचते है। 

मुख्य संसदीय सचिव और रामपुर के विधायक नन्द लाल ने बताया शिकारी मां का मंदिर काफी पुराना है। आज यहां पांच देवी देवता आए है। इस मंदिर में काफी संख्या में लोग आते है। मां लोगो की मनोकामना पूरी करती है। गाय का पहला घी लोग इस मंदिर में चढ़ाने लाते है।