पंजाब सरकार ने जायजा लेने आई केंद्रीय टीम से तथ्य छिपाने की कोशिश की: हरसिमरत बादल

Friday, Aug 18, 2017 - 11:31 AM (IST)

मानसा (मित्तल): केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने हलका बुढलाडा में भारत सरकार के कृषि विज्ञान मंत्रालय के ज्वाइंट डायरैक्टर डी.सी. रजक, डिप्टी डायरैक्टर के.डब्ल्यू. देशकर व असिस्टैंट डायरैक्टर डा. रजिंद्र के अलावा 14 सदस्यता वाली उच्च स्तरीय टीम के साथ गांव अक्कांवाली, जोईआं, टाहलियां, बर्हें, आलमपुर मंदिरां, गामीवाला, सैदेवाला गांवों के खेतों में जाकर नरमे की फसल के सफेद मक्खी के कारणों का पता करने के लिए किसानों के साथ बातचीत की। 

कृषि विज्ञान भारत सरकार के ज्वाइंट डा. डी.सी. रजक ने पत्रकारों से कहा कि पंजाब के कृषि विभाग या अन्य पैस्टीसाइड खादें/बीज में जो कमियां सामने आईं उसकी सारी रिपोर्ट बनाकर पंजाब व केंद्र सरकार को दी जाएगी, जिससे आगे से किसानों को ऐसी मुश्किलों का सामना न करना पड़े। कृषि मंत्रालय के ज्वाइंट डायरैक्टर डी.सी. रजक, डिप्टी डायरैक्टर के.डब्ल्यू. देशकर व असिस्टैंट डायरैक्टर डा. रजिंद्र के नेतृत्व वाली केंद्रीय टीम ने मानसा जिले के गांवों का दौरा किया और सफेद मक्खी के हमले के साथ नुक्सानी गई नरमे की फसल का अध्ययन किया। इस टीम ने किसानों को सुझाव दिया कि सफेद मक्खी के हमले के कारण नरमे की हुई फसल बर्बाद वाले खेतों को किसान तुरंत जोत दें और जहां भी संभव है, वहां बढिय़ा क्वालिटी की कीटनाशक दवाएं छिड़क कर खड़ी फसल को बचाने के लिए यत्न किए जाएं। 

दूसरी तरफ उक्त गांवों के किसानों की सफेद मक्खी से प्रभावित फसलों का जायजा लेने उपरांत केंद्रीय फूड प्रोसैसिंग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अफसोस जाहिर करते कहा कि पंजाब सरकार ने सफेद मक्खी के हमले के साथ हुए फसली नुक्सान की मात्रा बारे तथ्यों को केंद्रीय टीम से छिपाने की कोशिश की और चाहिए यह था कि केंद्रीय टीम ने जो समय पर सुझाव दिए हैं, उनको तुरंत लागू किया जाना चाहिए। बादल ने कहा कि अब जांच से स्पष्ट हो गया है कि नरमे की फसल के हुए भारी नुक्सान प्रति पंजाब सरकार को छल-कपट की नीति त्याग कर पीड़ित किसानी के लिए एक बड़े राहत पैकेज का ऐलान करना चाहिए।