तस्वीरों में देखिए, दुनिया की सबसे कठिन धार्मिक यात्रा हो रही शुरू

punjabkesari.in Wednesday, Feb 08, 2017 - 11:48 AM (IST)

शिमला: दुनिया की सबसे दुर्गम, सुंदर और अद्‍भुत यात्रा शुरू होने जा रही है। निश्चित ही इस यात्रा के लिए तन-मन-धन तीनों का होना जरूरी है। कैलाश मानसरोवर वही पवित्र जगह है, जिसे शिव का धाम माना जाता है। कैलाश पर्वत, 22,028 फीट ऊंचा एक पत्थर का पिरामिड, जिस पर सालभर बर्फ की सफेद चादर लिपटी रहती है। मानसरोवर को ‘कैलाश मानसरोवर तीर्थ‘ के नाम से जाना जाता है। हर साल कैलाश-मानसरोवर की यात्रा करने, हजारों श्रद्धालु, साधु-संत और दार्शनिक यहां जाते हैं। इस स्थान की पवित्रता और महत्ता बहुत अधिक मानी गई है। प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा का प्रारंभ 2 जून से होने जा रहा है। इस यात्रा को करने वाले इच्छुक व्यक्ति अब अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। यह यात्रा 8 सितम्बर, 2017 तक चलेगी और इसके लिए पंजीकरण शुरू हो गया है।


पंजीकरण 15 मार्च, 2017 तक
पंजीकरण 15 मार्च, 2017 तक किया जा सकता है। विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित इस यात्रा में 18 से लेकर 70 वर्ष तक के श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। इस यात्रा के लिए 2 रास्ते तय किए गए हैं। इनमें पहला रास्ता उत्तराखंड के लिपूलेख दर्रे से गुजरता है। इस रास्ते से की जाने वाली यात्रा का खर्च प्रति व्यक्ति लगभग 1.6 लाख रुपए है। यह यात्रा 18 दलों में होगी और प्रत्येक दल में 60 तीर्थ यात्री शामिल होंगे। यात्रा की अवधि 24 दिनों की है जिनमें से 3 दिन दिल्ली में लगते हैं ताकि शुरूआती तैयारी की जा सके। प्रत्येक दल 24 दिनों में गंतव्य तक पहुंचता है। इस रास्ते से होने वाली यात्रा नारायण आश्रम, और पाताल भुवनेश्वर जैसे प्रमुख स्थानों से गुजरती है। तीर्थ यात्री छियालेख घाटी या ओम पर्वत के भी दर्शन कर सकते हैं।


यह रहेगा दूसरा मार्ग
इस यात्रा का दूसरा रास्ता सिक्किम स्थित नाथुला दर्रे से होकर गुजरता है। इस रास्ते पर वाहन चल सकते हैं और जो वरिष्ठ नागरिक पैदल नहीं जा सकते उनके लिए यह रास्ता बहुत उपयुक्त है। गंगटोक से होता हुआ यह रास्ता प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हंगू लेक और विशाल तिब्बती पठार से गुजरता है। यह यात्रा 21 दिनों में पूरी होती है जिनमें से शुरूआती तैयारी के लिए 3 दिन दिल्ली के भी शामिल हैं। इस यात्रा में प्रति व्यक्ति लगभग 2 लाख रुपए का खर्च बैठता है। इस वर्ष 50-50 तीर्थ यात्रियों के 8 दल इस मार्ग से यात्रा करेंगे।


चिकित्सक और दंपतियों को प्राथमिकता 
पिछले वर्ष की तरह इस बार भी पहली बार यात्रा पर जाने वाले आवेदनकर्त्ता चिकित्सक और दंपतियों को प्राथमिकता दी जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों के लिए नाथुला मार्ग ज्यादा उपयुक्त है। 4 व्यक्ति एक साथ यात्रा के लिए आवेदन कर सकते हैं। यात्रीगण दोनों मार्गों का चयन कर सकते हैं जिनमें एक मार्ग को प्राथमिकता देनी होगी। उनके मार्ग और दल का आबंटन कम्प्यूटर द्वारा लॉटरी से होगा।


ऐसे होगा पंजीकरण 
यात्रा के लिए पंजीकरण ऑनलाइन किया जा रहा है जिसके लिए वैबसाइट का उपयोग किया जा सकता है। यात्रियों को पासपोर्ट का फोटो वाला पेज जिस पर व्यक्ति की पूरी जानकारी लिखी होती है और अंतिम पेज जहां पता लिखा होता है उसे अपलोड करना होगा। उसके अलावा ताजा फोटो को भी अपलोड करना है। ऑनलाइन फार्म के दिशा-निर्देश हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध हैं और अधूरे फार्म अंतिम तारीख के बाद अपने आप निरस्त हो जाएंगे।


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