शिमला सहित देश के 68 स्टेशनों की बदलेगी तस्वीर, युवाओं के लिए बनेंगे खास सेल्फी प्वाइंट

Sunday, Sep 16, 2018 - 09:35 AM (IST)

शिमला/नई दिल्ली (सुनील पांडेय): उत्तर रेलवे के 5 प्रमुख रेलवे स्टेशनों सहित देश के 68 स्टेशनों की तस्वीर बदलने जा रही है। इनमें दिल्ली मेन, अंबाला, शिमला, देहरादून और हरिद्वार शामिल हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों के लिए वे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, जो बड़े महानगरों के रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध होती हैं। स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए रेल मंत्रालय द्वारा तैयार एक्शन प्लान की कमान खुद डी.आर.एम.(मंडल रेल प्रबंधक) के हाथों में है। जबकि शीर्ष स्तर पर इसकी निगरानी रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी कर रहे हैं। 

बता दें कि भारतीय रेलवे ने पी.पी.पी. मोड में 600 रेलवे स्टेशनों की पुनर्विकास की योजना बनाई थी। लेकिन उसमें देरी होने के चलते रेलवे बोर्ड ने खुद 68 स्टेशनों की तस्वीर बदलने का फैसला कर लिया है। इन सभी 68 स्टेशनों का पुनर्विकास दिसंबर 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर गांधी से संबंद्ध 43 रेलवे स्टेशनों नक्शा बदलने का तेजी से काम चल रहा है। इन स्टेशनों पर आगामी दो अक्टूबर तक काम पूरा कर लिया जाएगा। गांधी से जुड़े स्टेशनों पर बारकोड होंगे, मोबाइल से स्कैन करने पर यात्री गांधी से जुड़ी गतिविधियां, आंदोलन और अन्य घटनाओं का ऑडियो सुन सकेंगे। 

ये सुविधाएं मिलेंगी
इन स्टेशनों पर लिफ्ट, स्केलेटर, वेटिंग हॉल, वॉटर वेडिंग मशीनें, रेस्तरां जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा, एल.ई.डी. रोशनी से नहाए स्टेशन यात्रियों को सुखद एहसास कराएंगे। खास बात यह है कि स्टेशनों पर युवाओं के लिए खास सेल्फी प्वांइट और मीटिंग प्वाइंट भी बनाए जा रहे हैं। एक्शन प्लान के मुताबिक, सभी 68 स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज, प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़ाना, कूड़े का निस्तारण, स्टील के कूड़ेदान रखना, स्टेशनों के दोनों ओर दीवार अथवा कंटीले तार लगाना, प्लेटफॉर्म स्टेशन परिसर में एल.ई.डी. लाइटिंग, वाहनों के आने-जाने के लिए अलग लेन बनाना, स्कूटर-कार पार्किंग का क्षेत्र बढ़़ाना, वेटिंग हॉल, वेटिंग रूम, रिटायरिंग रूम का विस्तार, टॉयलेट का निर्माण, वॉटर वेडिंग मशीनें, पैसेंजर लॉज, रेस्तरां, टिकट बुकिंग काऊंटरों की संख्या बढ़ाना, कैटरिंग कियोस्क, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।  

Ekta