डाक विभाग की करतूत, भैयादूज के दिन बहन को वापस मिला खाली पैकेट!

Wednesday, Nov 02, 2016 - 03:37 PM (IST)

मंडी (पुरषोतम पंकज): दिल्ली में कार्यरत डाककर्मियों की लापरवाही ने हिमाचल की एक बहन को न केवल भैयादूज के दिन मायूस किया बल्कि ऐसी दुविधा में डाल दिया कि वह उम्रभर डाक विभाग की सेवाओं पर विश्वास नहीं करेगी। अक्सर देखा गया है कि जब लिखे गए पते पर कोई न मिले तो रजिस्टर्ड डाक वापस आपके घर आ जाती है लेकिन ऐसा आपने कभी नहीं सोचा होगा कि डाक वापस आ जाए और आपकी भेजी वस्तुएं उसमें से गायब कर दी जाएं।


ऐसा ही एक मामला जोगिंद्रनगर में देखने को मिला है, जहां पर एक बहन ने अपने भाई को भैयादूज से कुछ दिन पूर्व 24 अक्तूबर को एक रजिस्टर्ड पैकेट दिल्ली स्थित रोहिणी में उनके पते पर भिजवाया था लेकिन भैयादूज के दिन उस समय निराशा हाथ लगी जब उसीके द्वारा भिजवाया पैकेट उसे डाक विभाग द्वारा खाली लौटा दिया गया। दलील यह दी गई कि उक्त पते पर रहने वाले पिछले काफी दिनों से घर से कहीं बाहर गए हैं, जिस कारण पैकेट को वापस किया जा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि पैकेट में भिजवाई गई नकदी व अन्य सामान तो बीच रास्ते से ही गायब हो गया और एक रुमाल के साथ रजिस्टर्ड पैकेट खुला हुआ वापस मिला। 


पूछने पर डाक विभाग के कर्मियों का कहना था कि पैकेट में नकदी या अन्य सामान क्यों भेजा गया। इससे यह बात तो स्पष्ट होती है कि डाक विभाग से भेजा जाने वाला कोई भी सामान सुरक्षित नहीं है। हैरानी इस बात की है कि जिस डाक को कर्मियों ने यह कहकर भेज दिया था कि वहां कोई नहीं रहता है, उस पते के लोग बेसब्री से अपनी बहन द्वारा भेजी रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे थे। जोगिंद्रनगर में डाक विभाग के पोस्टमास्टर के अवकाश पर होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।