जान की बाजी लगाकर इन दुर्गम रास्तों को पार कर मणिमहेश पहुंचा 103 श्रद्धालुओं का जत्था (PICS)

Thursday, Aug 29, 2019 - 01:26 PM (IST)

चंबा: उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के लिए 103 श्रद्धालुओं का जत्था 6 दिन पैदल यात्रा पर पहुंचा। यह जत्था लाहौल-स्पीति के त्रिलोकीनाथ से पैदल आया है। बता दें मणिमहेश यात्रा 24 सितंबर से 6 सितंबर तक चल रही है।


13 किमी की पैदल चढ़ाई करने पर मणिमहेश झील तक पहुंचा जाता है। जिसमें श्रद्धालुओं को कई कठिन रास्तों से भी गुजरना पड़ता है। वहीं जिन भक्तों के अंदर देव आस्था होती है वे किसी भी कठिन मंजिल को पार कर लेते हैं।


लाहौल की ओर से कुगती जोत होकर मणिमहेश तक पहुंचने का रास्ता सबसे दुर्गम और मुश्किल माना जाता है। जानकारी के अनुसार पोरी मेला के आखिरी दिन 18 अगस्त को भोलेनाथ के जयकारों के बीच त्रिलोकनाथ मंदिर से 6 महिलाओं के साथ 103 शिव भक्तों का दल मणिमहेश यात्रा को निकला।


किशोरी गांव के मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद वह पैदल आगे निकले और सिंदवाड़ी के नीचे दल ने बारिश के बीच पहली रात बिताई। ऐसे ही उन्होंने पांच पड़ाव पार किए और आखिरकार वह मणिमहेश डल झील पर पहुंचे।

Ekta