कुल्लू दर्दनाक हादसा में 44 लोगों की मौत, अपनों को देखकर फूट-फूटकर रोए परिजन(Video)

Friday, Jun 21, 2019 - 12:39 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप): हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बंजार क्षेत्र में खचाखच भरी एक प्राईवेट बस के गत बृहस्पतिवार सायं लगभग 500 फुट गहरी खाई में गिर जाने की घटना में मरने वालों की संख्या 44 हो गई है तथा 31 अन्य घायलों का विभिन्न अस्पतालों में ईलाज चल रहा है। इनमें से गम्भीर रूप से सात घायलों को चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेहद पुरानी और खटारा हो चुकी इस 42 सीटर बस में लगभग 75 लोग सवार थे तथा इसे चला रहे चालक का पहला ही दिन था। ऐसे में चालक की अनुभवहीनता की इस दर्दनाक हासदे का सबब बनी। बस के खाई में लुढ़कने से पहले ही चालक बाहर कूद कर अपनी जान बचा गया लेकिन यात्रियों को मौत के मुंह में धकेल गया।

घटना की सूचना मिलते ही बंजार व आसपास के इलाकों से लोग घटनास्थल की ओर दौड़े और राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गए। गहरी खाई व नाले से लोगों ने अपने स्तर पर रस्सियों की व्यवस्था करके चेन बनाई और घायलों को सडक़ तक पहुंचाने का काम शुरू किया। तब तक पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमों ने अपना साजो-सामान सैट करके घायलों को खाई से निकालने की व्यवस्था कर ली।


कुल्लू जिला मुख्यालय से भी राहत एवं बचाव टीमों को सूचना मिलते ही बंजार के लिए रवाना कर दिया गया। इस दर्दनाक हादसे के दौरान जीभी खड्ड चीखोपुकार से गूंजती रही। उसके बाद हादसे का शिकार लोगों के परिजन और रिश्तेदार भी मौके पर पहुंचे तथा अपनों के क्षत-विक्षत शवों को देखकर फूट-फूटकर रोए।

बताया जा रहा है कि कुल्लू से गाड़ागुशैणी रूट पर चलने वाली यह बस बंजार में कुछ देर रुकी। बस यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी। 3.30 बजे बस ने गाड़ागुशैणी का रुख किया और बंजार से महज एक किलोमीटर आगे जाकर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कई लोग इस बस में बंजार से भी बैठे थे। घटना के बाद घायलों को बंजार अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू भेजा गया। इस दर्दनाक हादसे से मातम छा गया है।



पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि मोड़ के पास बस की ब्रेक नहीं लगी, इससे दर्दनाक हादसा पेश आया। हादसे में मारे गए लोगों के शवों का चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम मौके पर ही किया और वहीं से परिजनों को शव सौंप दिए गए।

Ekta