बाबा ने रोक दी हिमाचल की लाइफलाइन, पर्यटक फंसे-करोड़ों का नुकसान

Friday, Aug 25, 2017 - 02:11 PM (IST)

शिमला: डेरा सच्चा सौदा राम रहीम मामले का असर पंजाब और हरियाणा के अलावा अब हिमाचल पर भी देखने को मिल रहा है। बाबा ने प्रदेश की लाइफलाइन रोक दी है। शाम 5 बजे तक दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के रूटों पर सेवाएं सस्पेंड हैं। जिससे मुसाफिरों को दिक्कत हो रही है। खासतौर पर चंडीगढ़ और हरियाणा जाने वाले यात्री परेशान हैं। बाहरी प्रदेशों को जाने वाले 200 रूटों पर बस सेवाएं फिलहाल बंद हैं। केवल हिमाचल की सामाओं तक ही बसें चल रही हैं। शिमला से चंडीगढ़ जाने वाले मुसाफिरों को बसें पिंजौर तक छोड़ रही हैं। दिल्ली के लिए पिंजौर से बद्दी और नालागढ़ होते हुए बस रुट बनाया गया है। पीजीआई रैफर होने वाले मरीजों को भी पिंजौर से बद्दी होते हुए पीजीआई तक पहुंचने का बंदोबस्त किया गया है। 24 घंटे तक बस सेवा बंद होने से एचआरटीसी को 1 करोड़ का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। अगर शाम 5 बजे के बाद भी बस सेवा बहाल नहीं हुई तो नुकसान और बढ़ेगा।

पर्यटक भी परेशान
संवदेनशील बने हालात की वजह से हिमाचल घूमने आए पर्यटक भी परेशान हैं। सोलन में फंसे विदेशी पर्यटकों ने बताया कि वह हिमाचल में घूमने आए थे और अब वापिस अपने देश जाना चाहते हैं लेकिन दिल्ली के लिए कोई बस नहीं मिल रही है ओर न ही कोई टैक्सी उन्हें दिल्ली पहुंचाने को तैयार है। दिल्ली से उनके एयर टिकट तो बुक हैं मगर दिल्ली तक पहुंचना अपने आप में बड़ी चुनौती है। दूसरे पर्यटकों को भी इसी तरह की परेशानी हो रही है। टैक्सी यूनियन ने फैसला लिया है कि वह फिलहाल सवारी को लेकर चंडीगढ़ और  पंचकुला की ओर नहीं जाएंगे।

सेब बागवानों को नुकसान
मुसाफिरों के साथ-साथ सेब बागवानों को भी परेशानी है। सेब का सीजऩ शुरू हो गया है और बागवानों को अपना माल मंडियों तक पहुंचाने में दिक्कत आ रही है। सेब के कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि इन हालात की वजह से पूरे हिमाचल को एक दिन में करीब 15-20 करोड़ रुपए होने की आशंका है। टमाटर के व्यापारियों को भी एक दिन में करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है। डर इस बात का है कि अगर ये मामला खिंचा तो वो क्या करेंगे।

 

उद्योगों को भी नुकसान
मौजूदा हालात की वजह से प्रदेश के उद्योगों को भी नुकसान हो रहा है। प्रदेश के औद्योगिक इलाकों बद्दी, नालागढ़, बरोटीवाला और काला अंब से सामान की ढुलाई का काम पूरी तरह से ठप है। बीबीएन से रोजाना करीब 1500 ट्रक सामान लेकर जाते हैं मगर बाबा केस ने इन पहियों की रफ्तार रोक दी है। ऐसे में उद्योगों और ट्रक ऑपरेटरों को भी करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है।