पैराग्लाइडिंग के भविष्य को खतरे में पड़ता देख प्रशासन ने उठाया ये कदम

punjabkesari.in Wednesday, Nov 09, 2016 - 10:46 AM (IST)

धर्मशाला: सिलसिलेवार हो रही घटनाओं से कहीं बीड़-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग का भविष्य खतरे में न पड़ जाए, इसके लिए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है।


पुख्ता सूत्रों की मानें तो बीड़ बिलिंग में रोमांच के खेल अब तक कई पायलट जान गवा चुके हैं तो कोई मौत के मुंह में जाते बाल-बाल बचे हैं, इसको देखते हुए जिला प्रशासन बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के लिए नियमावली तैयार करने में जुट गया है। सूत्रों के मुताबिक हाल ही में बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के दौरान 3 मौतें होने के बाद जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व पैराग्लाइडिंग के विशेषज्ञों के साथ मिलकर यह नियमावली बनाने जा रहा है। हरकत में आए जिला प्रशासन का मानना है कि अंतराष्ट्रीय स्तर की पहचान बना चुके बीड़ बिलिंग में यदि हादसे ऐसे ही होते रहें तो इस साइट का ग्रहण लग सकता है, जिससे प्रदेश की छवि तो खराब होगी तथा पर्यटन को भी नुक्सान पहुंचेगा।


क्या-क्या होगा नियमावली में
जानकारी के अनुसार बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के दौरान हाल ही में हुई घटनाओं के मध्यनजर एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में जिला प्रशासन, जिला की तमाम पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन तथा पुलिस इन घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा, जिसमें मुख्यत: पैराग्लाइडिंग करने से पहले पायलट को क्या करना है, क्या-क्या सावधानियां अपनानी हैं, किस-किस पायलट को पैराग्लाइडिंग करने की अनुमति देनी है आदि सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। जानकारों की मानें तो इस समय बीड़-बिलिंग पर अन्य साइटों पर कोई भी पर्यटक पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन की अनुमति से पैराग्लाइडिंग कर रहे थे या जिला प्रशासन की तरफ से एस.डी.एम. पैराग्लाइडिंग करने की अनुमति दे रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा नियमावली बनाने के बाद इन सब पर रोक लग जाएगी। बैठक में निकलने वाले नतीजों के बाद पायलटों को अनुमति दी जाएगी।


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