11 साल की उम्र में इस मासूम ने बचाई 20 बच्चों की जान, PM करेंगे सम्मानित

Wednesday, Jan 18, 2017 - 02:42 PM (IST)

मंडी: हिमाचल के एक 12 साल के मासूम को उसकी बहादुरी के लिए इस बार 68वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 26 जनवरी को सम्मानित होने वाले देश के 25 बहादुर बच्चों में एक हिमाचली बहादुर बच्चा भी शामिल है। यह बहादुर बच्चा प्रफुल्ल शर्मा है, जिसने 11 साल की उम्र में नन्हें बच्चों की जान अपनी सूझ-बूझ व बहादुरी के चलते बचाई थी। 


13 दिसंबर 2015 को हुआ था यह हादसा  
मंडी जिले के सरकाघाट स्थित बरछुआड़ निवासी प्रफुल्ल शर्मा (पौने 11 साल) अपने पिता के साथ कार और स्कूल बस में आते-जाते ब्रेक लगाते हुए देखता था, जिसके चलते करीब 20 बच्चों की जिंदगी बच गई थी। लॉटस कांन्वेंट पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 5वीं कक्षा में पढ़ने वाले प्रफुल्ल अपने स्कूल के बच्चों के साथ 13 दिसंबर 2015 को धर्मशाला पिकनिक पर गया था। 


2 मिनट में 20 बच्चों की बचाई थी जिंदगी 
प्रफुल्ल ने बताया कि शिवद्वाला में बस रूकी और कुछ बच्चे व शिक्षक नीचे उतर गए। इसी बीच एक शरारती बच्चे ने बस की ब्रेक खींच दी। अचानक बस पीछे खाई की ओर जाने लगी। बस पीछे चलने पर बच्चे चिल्लाने लगे, लेकिन शिक्षक व ड्राइवर दूर थे। प्रफुल्ल ने बताया कि मैंने पिता व ड्राइवर को ब्रेक खींचते देखने के आधार पर ब्रेक पर पैर रख दिया और चाबी घूमा दी। इसके चलते बस झटके से रूक गई। महज 2 मिनट में प्रफुल्ल ने करीब 20 बच्चों की जिंदगी बचाते हुए एक बड़ा हादसा होने से रोक दिया। यदि बस नहीं रुकती तो बस गहरी खाई में चली जाती और बहुत बड़ा हादसा हो सकता था।  


कई बार हुआ सम्मानित
अपने साहसिक कार्य के लिए पहले भी प्रफुल्ल को पहले भी जिला प्रशासन मंडी, सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह व बाल संरक्षण अधिकार दिवस पर सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री धनी राम शांडिल व बाल अधिकार संरक्षण की अध्यक्षा किरण धांटा द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।  प्रफुल्ल शर्मा लार्ड कान्वैंट स्कूल सरकाघाट में 8वीं का छात्र है। पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं व माता गृहणी है। माता-पिता ने बताया कि प्रफुल्ल ने साहसिक कार्य करके उनका नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल दिल्ली में सम्मानित होने जा रहा है इसकी खुशी है।