यहां सड़क की उम्मीद में दम तोड़ देती है जिंदगी

Sunday, Oct 23, 2016 - 10:26 PM (IST)

जोगिंद्रनगर: क्षेत्र के त्रैंबली पंचायत के कड़कूहीं गांव के प्रेम सिंह (55) को शनिवार रात अस्थमा का दौरा पडऩे के कारण सड़क सुविधा से महरूम होने के कारण अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, जिससे समय पर उपचार न मिलने से उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।


रविवार को वार्ड मैंबर गीता, वीना, निशी, रजा, सावित्री, अनिल, गुलाब सिंह, धोबू राम, गुड्डू राम, सचिन ठाकुर, विवेक, बीरबल व राकेश ने रोष प्रकट करते हुए बताया कि प्रेम सिंह के गांव से सड़क की दूरी 3 किलोमीटर है, जिससे उन्हें समय पर उपचार न मिलने से ग्रामीणों द्वारा उन्हें नाजुक हालत में रविवार प्रात: पालकी में डालकर 3 किलोमीटर पैदल चलकर सिविल अस्पताल जोङ्क्षगद्रनगर पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।


इससे बड़ी जिल्लत और क्या हो सकती है
 प्रेम सिंह के परिवार वालों व कड़कूहीं गांव के लोगों ने सरकार व विभाग के प्रति रोष जताया और कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि जम्मू-कश्मीर के जंग-ए-मैदान में अपनी दोनों टांगें खो चुके इसी गांव के नायक संजू राम को भी कुछ समय पहले अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए पालकी में घर जाना पड़ा था। इससे बड़ी जिल्लत और क्या हो सकती है। सरकार व विभाग की लापरवाही से 5 सालों में मात्र 500 मीटर सड़क ही कड़कूहीं गांव के लिए बन पाई। उपरोक्त ग्रामीणों ने तुरंत इस सड़क के कार्य को पूरा करने की मांग की है। बीडीसी रजनी ठाकुर ने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सरकार 5 साल में कड़कूहीं के लिए 3 किलोमीटर सड़क नहीं बनवा पाई जबकि मुख्यमंत्री के पास लोक निर्माण विभाग है।