तस्करों ने खोले राज, नेपाल बॉर्डर से लाई चरस की यहां होनी थी सप्लाई

Thursday, Jan 18, 2018 - 01:27 AM (IST)

शिमला: चरस मामले में पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान सच्चाई उगल दी है। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछा कि नेपाल बॉर्डर से लाई गई चरस की सप्लाई किस जगह करनी थी तो उनमें से एक आरोपी ने बताया कि चरस की सप्लाई सोलन में करनी थी। वे चरस को गाड़ी के माध्यम से सोलन ले जा रहे थे। हालांकि पुलिस ने यह भी पूछा कि सोलन में चरस किसको देनी थी। इस बात को बताने में आरोपियों ने अपने मुंह बंद कर दिए हैं। पुलिस आरोपियों से यह भी पता लगाने में जुटी है कि इनके पीछे किसी बड़े तस्कर का हाथ हो सकता है। चरस लाने के लिए 2 तस्करों ने स्पैशल प्लान तैयार किया था लेकिन यह दोनों सफल नहीं हो पाए। 

आरोपियों ने आधे रास्ते में बदली गाड़ी
दोनों तस्कर ने यह खेप गाड़ी के माध्यम से हिमाचल लाई थी। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने बीच में गाड़ी को चेंज भी किया था। एक गाड़ी पुलिस के कब्जे में है। क्या इनके आगे भी कोई छोटे कारोबारी हैं जोकि चरस को बेचते होंगे। यह सब खुलासे भी अब पुलिस की पूछताछ में जल्द होंगे। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपी वाहन मालिक रामकृष्ण और बाला राम को फिर से बुधवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेशानुसार दोनों आरोपियों का 2 दिन तक फिर से रिमांड बढ़ा दिया गया है। 18 जनवरी को फिर से इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब पुलिस रिमांड पर दोनों आरोपी कई बड़े खुलासे कर सकते हैं। 

14 जनवरी को आल्टो कार से पकड़ी थी चरस की खेप
उल्लेखनीय है कि जिला पुलिस शिमला ने अवैध व नशीले पदार्थों के खिलाफ  छेड़े गए व्यापक अभियान में बड़ी कामयाबी हासिल की है। यह खेप पुलिस ने बीते रविवार को संजौली में चलौठी में आल्टो कार (एच.पी.-3 बी-1918) से 6 किलो 118 ग्राम चरस बरामद की थी। ए.एस.पी. शिमला प्रवीर ठाकुर ने चरस का व्यापार करने वालों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला को जल्द ही नशामुक्त बनाया जाएगा।