बिना मानदेय के 46 परिवारों की रोजी रोटी संकट में, विभाग ले रहा 4 के बजाय 10 घंटे काम

Saturday, Jan 20, 2018 - 01:12 PM (IST)

बरठीं : विधानसभा चुनाव क्षेत्र के अधीन 39 पंचायतों से पंचायत प्रधानों द्वारा आई.पी.एच. विभाग में कर्मचारियों की कमी के चलते बेहद गरीब परिवारों से 46 युवाओं को बतौर जलरक्षक रोजगार देने की मंशा से छोटे से मानदेय के ऊपर भर्ती तो कर लिया गया है लेकिन इन युवकों की नैया बीच मझदार में ही गोते खाती प्रतीत हो रही है। 10 माह का मानदेय न मिलने के चलते 46 परिवारों के ऊपर रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। इस बारे जलरक्षकों प्रकाश चंद, पंकज कुमार, पवन कुमार, राज कुमार, सुरेंद्र सिंह, पुनीत कुमार, संजीव कुमार, अभिदेष व अशोक कुमार आदि के साथ अन्यों का कहना है कि पिछले 10 माह से उन्हें वेतन नहीं मिल पाया है जबकि विभाग के अधिकारी उनसे 4 के बजाय 10-10 घंटे काम ले रहे हैं।

जल रक्षक केवल 4 घंटे ही वाटर स्टोरेज टैंकों से पानी छोड़ने का काम करेंगे
उनका कहना है कि जब उन्होंने पंचायत प्रधानों के आश्वासन पर जलरक्षक के रूप में काम करने के लिए आई.पी.एच. विभाग के सहायक अभियंता व पंचायत प्रधान द्वारा बनाए गए एम.ओ.यू. परे हस्ताक्षर किए थे तो उस पर साफ लिखा था कि जल रक्षक केवल 4 घंटे ही वाटर स्टोरेज टैंकों से पानी छोड़ने का काम करेंगे। उधर, इस बारे जिला पंचायत अधिकारी राजेंद्र कुमार धीमान ने बताया कि जलरक्षकों के 10 माह के मानदेय का पैसा 27-28 दिसम्बर, 2017 को जिला पंचायत अधिकारी के कार्यालय से रिलीज हो चुका है तथा सीधे पंचायतों के खातों जमा हो चुका है।

जलरक्षकों को विशेष हिदायद दे रखी है कि वे 4 घंटे से ज्यादा कार्य न करें
हैरानी की बात यह है कि पंचायतों के खातों में जलरक्षकों की पगार का पैसा जमा हुए एक माह के लगभग समय बीत चुका है जबकि पंचायत प्रधान इस मामले से पूरी तरह बेखबर हैं। वहीं इस बारे इंटक के राज्य प्रधान सीता राम सैनी का कहना है कि उन्होंने सभी पंचायतों द्वारा रखे गए जलरक्षकों को विशेष हिदायद दे रखी है कि वे 4 घंटे से ज्यादा कार्य न करें। यदि कोई विभागीय कर्मचारी उनसे 4 घंटे से ज्यादा काम करने के लिए दबाव बनाता है तो तुरंत उन्हें सूचित किया जाए।