धर्मशाला में कार्नेशन जीवन में भर रहे रंग

Thursday, Nov 23, 2017 - 02:25 PM (IST)

धर्मशाला(जितेन्द्र कश्यप/अमित नागपाल): जहां फूल घर की शोभा बढ़ाते हैं और खुशी की माहौल बनाए रखते हैं वहीं धर्मशाला के कार्नेशन फूल जीवन में रंग भर रहे हैं। कार्नेशन की पैदावार धर्मशाला में होने से इसकी महक देश में फैल चुकी है। मुख्य तौर पर दिल्ली व पंजाब कार्नेशन फूल की मांग बढऩे लगी है। धर्मशाला निवासी जितेंद्र कश्यप ने उद्यान विभाग की पॉलीहॉउस स्कीम की मदद से फूलों की खेती शुरू की है। इसमें कार्नेशन फूल काफी फलफूल रहा है। जितेंद्र कश्यप के लिए कार्नेशन फूल आज काफी लाभकारी सिद्ध हो रहा है। धर्मशाला के इस किसान ने अपने पॉलीहाउस में कार्नेशन फूल का उत्पादन किया है। इस फूल की खेती उत्तरांचल में भी की जाती है। हिमाचल के धर्मशाला में पैदा हुआ कार्नेशन फूल देशभर में बेचा जा रहा है, जबकि पंजाब और दिल्ली में इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। 

तीन साल बाद लगते हैं फूल
जितेन्द्र कश्यप इसे प्रदेश में भी बेच रहे हैं। अब जितेन्द्र ने हिमाचल में पहली बार सिमबिडीयम ऑर्किड फूल की खेती शुरू की है। इसका फूल 3 वर्ष बाद निकलता है और इसकी अभी तक हिमाचल में पैदावार नहीं की गई है। यह फूल अभी तक सिर्फ सिक्किम में ही पैदा होता था। लेकिन अब इसकी खेती की शुरुआत हिमाचल के धर्मशाला में हुई है। जितेन्द्र कश्यप ने बताया कि उद्यान विभाग की मदद से सिमबिडीयम ऑर्किड की पहली बार धर्मशाला में खेती की जा रही है। 

फूलों की खेती करें युवा
उन्होंने बताया एक बार इसकी पैदावार की जाए तो यह आजीवन चलता है इसकी कीमत 250 से 300 रुपए है। धर्मशाला के ही निवासी अमित नागपाल का कहना है कि उन्होंने पॉलीहाउस शुरू किया है। करीब 13 लाख 95 हजार की लागत आई है, जिसमें उद्यान विभाग से 85 प्रतिशत सब्सिडी भी मिली है। फूल की पैदावार से उन्हें काफी लाभ हो रहा है। उन्होंने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं से आह्वान किया की वे भी पॉली हॉउस लगाकर उद्यान विभाग से सब्सिडी लेकर फूलों की खेती करें और इसे अपना व्यवसाय बनाए।

लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाएं
उद्यान विभाग धर्मशाला के अधिकारी संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा कई योजनाएं लोगों के लिए चलाई जा रही हैं। इसे कई लोगों ने अपनी आजीविका का साधन बनाया है। आज किसान के लिए उद्यान विभाग द्वारा चलाई जा रही पॉली हाउस की स्कीम के तहत प्रदेश भर में किसान लाभ ले रहे हैं। विभाग इसमें 85 प्रतिशत सब्सिडी देता है, साथ ही पौधारोपण के लिए मदद करता है। उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग पॉली हाउस योजना का लाभ आज प्रदेश भर के किसान ले रहे हैं। अधिकतर लोग सब्जी उत्पादन करते हैं।