विधानसभा चुनाव : काऊंटडाऊन शुरू, कल शाम 5 बजे थम जाएगा प्रचार

Monday, Nov 06, 2017 - 01:00 AM (IST)

शिमला: विधानसभा चुनाव के लिए काऊंटडाऊन शुरू हो गया है। मतदान के लिए 72 घंटे से भी कम समय शेष बचा है। प्रदेश के सभी विधानसभा हलकों में चुनावी शोर 7 नवम्बर की शाम 5 बजे के बाद पूरी तरह से थम जाएगा और मतदान प्रक्रिया संपन्न होने तक नारेबाजी, प्रदर्शन, पब्लिक मीटिंग, लाऊड-स्पीकर इस्तेमाल करने पर रोक रहेगी। इस दौरान सुरक्षा कारणों के चलते न केवल प्रत्याशी व उसके समर्थक बल्कि आम लोग भी 5 से ज्यादा के झुंडों में नहीं चल पाएंगे। यदि कोई प्रत्याशी चाहे तो 3 से 4 लोगों को साथ लेकर शांतिपूर्वक प्रचार कर सकता है लेकिन झुंडों में प्रचार पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। मगर प्रचार के दौरान वाद-विवाद करना प्रत्याशी पर भारी पड़ सकता है। रोक के बाद यदि कोई ऐसा करते पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी। चुनाव विभाग ने इसे लेकर सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग आफिसर को निर्देश जारी कर दिए हैं।

चुनाव प्रचार में जान फूंक रहे प्र्रत्याशी
वहीं चुनाव प्रचार अपने आखिरी दौर में पहुंच गया है। नामांकन वापसी के बाद से अब तक सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में अपनी जान फूंक रहे हैं। इनमें कुछ उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जो 2 से 3 माह या इससे भी ज्यादा वक्त से चुनाव की तैयारियों में जुटे थे। मुख्यत: कांग्रेस-भाजपा प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रही। कांग्रेस मिशन रिपीट के लिए जान लगा रही है तो भाजपा पुरानी सत्ता को कब्जाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। आलम ये है कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही करीब आधा दर्जन रैलियां प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में करवा दी हैं। 

भाजपा का पूरा राष्ट्रीय नेतृत्व हिमाचल के चुनावी दंगल में डटा
पी.एम. नरेंद्र मोदी के अलावा भी मानो पार्टी का पूरा राष्ट्रीय नेतृत्व हिमाचल के चुनावी दंगल में डटा हुआ है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, यू.पी. के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा व रेलवे मंत्री पियूष गोयल इत्यादि कई केंद्रीय मंत्री हिमाचल में चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।

चीरभद्र के कंधों पर चुनाव प्रचार की कमान
कांग्रेस की बात करे तो मुख्यत: वीरभद्र सिंह के कंधों पर चुनाव प्रचार की कमान है। उनके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, सांसद नवजोत सिंह सिद्धू भी कांग्रेस के स्टार प्रचारक का काम कर रहे हैं, वहीं माकपा नेता सीताराम येचुरी भी शिमला में रैली कर चुके हैं। इस दौरान प्रत्याशी डोर-टू-डोर जाकर या फिर जनसभाएं करके जनता का समर्थन जुटाने में जुटे रहे। जीत का फैसला किसके सिर बंधता है, ये 9 नवम्बर को ई.वी.एम. मशीनों में कैद हो जाएगा। हालांकि चुनावी नतीजों के लिए उम्मीदवारों समेत प्रदेशवासियों को भी 18 दिसम्बर का लंबा इंतजार करना होगा। 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 338 दावेदारों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।

सुबह 8 बजे शुरू होगा मतदान
सूबे के सभी 68 विधानसभा हलकों में 9 नवम्बर को मतदान होना है। वोटिंग सुबह 8 बजे शुरू होगी और शाम 5 बजे तक चलेगी। इस काम के लिए प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारी और सुरक्षा बल भी रविवार को अपने-अपने क्षेत्रों के लिए रवाना हो गए हंै। आज 10 बजे तहसील व उप तहसील मुख्यालय में सभी कर्मचारियों को चुनावी रिहर्सल में शामिल होना है। इस दौरान सभी कर्मचारियों की हाजिरी लगने के बाद उन्हें ई.वी.एम. और वी.वी.पैट दी जाएगी। इसके बाद ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन कर्मचारियों और सुरक्षा बलों की रहेगी। बुधवार को ही चुनावी ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को पोलिंग स्टेशन पहुंचकर मतदान की तैयारियां करनी होंगी। इन चुनाव में 37 हजार से ज्यादा कर्मचारी और 17 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मचारी ड्यूटी दे रहे हैं। चुनाव की पूरी जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर है।

7 नवम्बर की शाम को थम जाएगा प्रचार
मुख्य चुनाव अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि 7 नवम्बर को शाम 5 बजे के बाद से प्रदेशभर में चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके बाद कोई भी प्रत्याशी झुंडों में प्रचार व लाऊड स्पीकर का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। यदि कोई ऐसा करते पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग आफिसर को निर्देश जारी कर दिए हंै।