खूंखार अपराधियों के छिपने को महफूज कुल्लू की शांत वादियां

Sunday, Jun 17, 2018 - 10:58 AM (IST)

कुल्लू : खूंखार अपराधी कुल्लू की शांत वादियों को छिपने के लिए महफूज मान रहे हैं। यहां की वादियां ऐसी हैं जहां आसानी से छिपकर, नाम बदलकर या वेश बदलकर अपराधी रह सकते हैं। उनकी तलाश में लगी विभिन्न राज्यों की पुलिस, देश की बड़ी जांच एजैंसियां रॉ, आई.बी. व ए.टी.एस. को भी कई महीनों तक कुल्लू व प्रदेश के अन्य शांत हिस्सों में छिपे खूंखार अपराधियों का पता तक नहीं चल पा रहा है। कुल्लू की वादियों में छिपे कई नशे के सौदागर और अन्य अपराधी अभी भी पुलिस और अन्य जांच एजैंसियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। बीते रोज कुल्लू के रघुनाथपुर से नाम बदलकर रह रहे एक खूंखार अपराधी को कर्नाटक पुलिस ने गिरफ्तार किया जो हत्याकांड में वांछित चल रहा था। रघुनाथपुर एक ऐसा क्षेत्र है जहां दिसम्बर, 2014 में अधिष्ठाता रघुनाथ जी की त्रेता युगकालीन मुर्ति चोरी हो गई थी। यह मुर्ति साढ़े 17 लाख वर्ष पुरानी मानी जाती है। इसरो ने रामसेतु की उम्र साढ़े 17 लाख वर्ष बताते हुए स्पष्ट किया हुआ है कि यह कोई प्राकृतिक रूप से बना सेतु नहीं बल्कि मानव निर्मित सेतु है। इस लिहाज से रघुनाथ जी की कुल्लू में मौजूद मुर्ति की उम्र भी इतनी ही हुई। इस मुर्ति को नर प्रसाद जैसी ने कुल्लू से चुरा लिया था। कुछ महीने पहले बंजार के सिधवां इलाके से आई.एस.आई.एस. आतंकी आबिद खान की गिरफ्तारी हुई थी जो नाम बदलकर रह रहा था, वहीं कसोल में भी लश्कर ए तैयबा के आतंकी ने कुछ माह पूर्व रैकी की थी और उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार आतंकी की निशानदेही पर उसे धरा गया था। आतंकी संगठन के निशाने पर इजरायली ठिकाने थे। 

kirti