PICS: श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान 3 श्रद्धालुओं की मौत, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

Thursday, Jul 21, 2016 - 11:33 AM (IST)

कुल्लू: हिमाचल में समंदर तल से 18570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव की यात्रा 3 श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ गई। बता दें कि यात्रा के दौरान 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। एक श्रद्धालु के सिर पर पत्थर गिर गया जबकि दूसरे की जान निमोनिया ने ले ली। तीसरे यात्री ने ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक ये श्रद्धालु पंजाब के जालंधर, उत्तर प्रदेश के अयोध्या और आनी के बटाला खनी के रहने वाले थे। डी.एस.पी. आनी अलदेव ठाकुर ने बताया कि उमेश प्रताप (24) सुपुत्र भानू प्रताप अयोध्या यू.पी. का रहने वाला था। 


उमेश के सिर पर मंगलवार शाम श्रीखंड महादेव के दर्शन कर लौटते समय थाचडू के पास पहाड़ी से पत्थर गिर गया। डॉक्टरों ने उनका इलाज किया लेकिन बुधवार को उमेश ने दम तोड़ दिया। जालंधर के जतिन आनंद (27) सुपुत्र सतीश आनंद को श्रीखंड जाते समय पार्वती बाग के पास निमोनिया हो गया। उधर, दयाल चंद (35) बटाला खनी आनी की थाचडू के पास ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई। दरअसल श्रीखंड जाने वाले यात्रियों से अपील की है कि वे मादक पदार्थों का सेवन न करें। यात्रा बहुत कठिन है। 18,000 फीट ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी है। खुद को अस्वस्थ महसूस करने वाले श्रद्धालु यात्रा न करें। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। 


बताया जा रहा है कि रेस्क्यू दल तीनों यात्रियों के शवों को लेकर आ रहा है। वीरवार तक तीनों शवों को निरमंड के जाओं तक पहुंचा दिया जाएगा। इसके बाद तीनों का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। खास बात तो यह है कि इस साल श्रीखंड यात्रा में 4 हजार से अधिक श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो चुका हैं, जिनमें से करीब साढ़े 3 हजार श्रद्धालु दर्शन कर लौट चुके हैं।  


25 जुलाई को जाएगा अंतिम जत्था
श्रीखंड यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का 25 जुलाई तक पंजीकरण करवाया जा रहा है। 25 को यात्रियों का अंतिम जत्था रवाना होगा। सभी यात्रियों को 30 जुलाई तक वापस पहुंचाकर प्रशासन तीनों बेस कैंप हटा देगा। गौरतलब है कि मैदानी क्षेत्रों से होने के कारण कई लोग पैदल यात्रा करने में असमर्थ होते हैं तो कई इतनी ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी के चलते अधिक देर तक यहां नहीं ठहर पाते। यह यात्रा प्रशासन के सहयोग से करवाई जाती है। मेडिकल फिटनेस के बाद ही यात्रियों का पंजीकरण करवाया जा रहा है।


यात्रियों की सुरक्षा के लिए तीन बेस कैंप स्थापित किए गए। पहला बेस कैंप सिंहगाड, दूसरा थाचडू और तीसरा बेस कैंप भीमडवारी में स्थापित किया गया। हर बेस कैंप में डाक्टरों की टीम सहित पुलिस और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है। सूत्रों के मुताबिक कुछ लोग यात्रा के दौरान नशीले पदार्थों का भी सेवन कर रहे हैं, जो जोखिम भरा साबित हो रहा है। करीब 35 किमी की पैदल यात्रा कर श्रद्धालु श्रीखंड महादेव पहुंचते हैं। इस बीच कई खतरनाक पहाड़ियों और संकरे रास्तों को पार करना पड़ता हैं। कई स्थानों पर ग्लेशियरों पर से गुजरना पड़ता है।